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यूं ही नही कहा जाता है ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया को लावारिस लाशों का चितेरा और लावारिसो का वारिस

यूं ही नही कहा जाता है ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया को लावारिस लाशों का चितेरा और लावारिसों का वारिस

आईरा समाचार  बीकानेर। धन्य हैं वो माता जिनकी गोद से यह नाचीज़ इंसान पैदा हुआ है, धन्य हैं माता श्रीमती सावित्री सिंह कुशवाह की कोख जिसने इस हीरे को औरों के लिए ही चौबीसों घण्टे लापता लोगों की तलाश करने के लिए, गरीबों की मदद के लिए, दिव्यांगो की असहाय लोगो की मदद करने सड़को पर होने वाले एक्सीडेंट से उठाकर हॉस्पिटल पहुंचा कर उनका इलाज करवाने, उनकी सेवा सेवा करने, जरूरत पड़ने पर उनको रक्त दान भी पहले खुद के शरीर से करने बाद में मरीज को ज़रुरत पढ़ने पर अपनी टीम सावधान इण्डिया 077द्वारा रक्तदान करने के लिए जन्मदिन दिया। दिनांक 17/3/20-24 रविवार को ही मुक्ताप्रसाद थाने के थानाधिकारी धीरेंद्र सिंह के आग्रह पर कि तीन दिन पहले से रीको क्षेत्र में एक अज्ञात लावारिस का मृत अवस्था शव मिला था, जिसकी बॉडी को पीबीएम अस्पताल के मुर्दा घर में रखे 72 घंटे हो गए थे , इस मृतक  की पहचान वाला कोई नहीं आया ,  फिर समाजसेवी ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया ने थाने में एक मृग दर्ज कराई और और थाने की पुलिस की सहायता से उसका पोस्टमार्टम करवाकर इस अज्ञात शव को पुलिस के आदेश से खुद ही प्राप्त किया बाद में भामाशाह महावीर रांका द्वारा संचालित शव वाहिनी के सहयोग से आरसीपी शव दाहगृह  में खुद ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया ने मृतक को अपना ही इंसान मान कर उसको मुखाग्नि दी, बाद में चंदन की लकड़ी,गंगा जल आदि समर्पित कर, इस लावारिस अज्ञात इंसान के कपाल क्रिया की भी जिम्मेदारी निभाई, इस अवसर पर रविवार को मुक्ति धाम परिसर में टीम सावधान 077 के बजरंग सोनी, संजय बिनावरा (लवली) प्रेम मामनानी, प्रेम प्रजापत, क्रान्ति सोनी, पवन सोनी, जाकिर हुसैन शेख आदि के द्वारा इस लावारिस व्यक्ति के अन्तिम संस्कार करवाने मदद की गई।

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