गोचर भूमि पर हो रहे अवैध कब्जों के विरोध में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे कलेक्ट्रेट
गोचर भूमि पर हो रहे अवैध कब्जों के विरोध में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी अपने समर्थकों के साथ को पहुंचे कलेक्ट्रेट।
आईरा वार्ता समाचार,बीकानेर। पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी बुधवार को समर्थकों के साथ गोचर में कब्जों के मुद्दों पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे थे। लेकिन इस दौरान कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल की बैठक में व्यस्त थे। ऐसे में भाटी को ज्ञापन देने के लिए बाहर इंतजार करना पड़ा जो नागवार लगा, क्योंकि भाटी ने इस संबंध में प्रशासन को पूर्व में सूचना दी थी। काफी देर बाद भी ज्ञापन लेने कोई नहीं पहुंचा तो भाटी अपने समर्थकों के साथ केन्द्रीय मंत्री की बैठक में घुस गए। यह नाजारा देखकर एकबारगी अधिकारियों में खलबली मच गई। भाटी ने खड़े रहकर बैठक में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि ऐसी इमरजेंसी थी तो पहले सूचना देनी चाहिए थी ताकि हम उस हिसाब से आते। साथ ही भाटी ने केन्द्रीय मंत्री से राजस्थानी भाषा, सिंचाई पानी व गायों के मुद्दों को लेकर सवार किये, परंतु केन्द्रीय मंत्री मेघवाल चुप्पी साधे बैठे रहे। उसके बाद कलेक्टर केन्द्रीय मंत्री की बैठक को बीच में छोड़कर भाटी से मिले और समस्या का ज्ञापन लेकर शांतिपूर्वक चर्चा की। *इस दौरान भाटी के साथ समाजसेवी देवकिशन चांडक देवश्री, अंशुमान सिंह, महावीर रांका, डूंगर सिंह तेहनदेसर, राकेश माथुर, भगवती प्रसाद गौड़, अनिल शर्मा,सूरजमाल सिंह निमराणा सहित कई लोग शामिल थे।
भाटी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गोचर भूमियों पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जे किये जा रहे है, जिस पर हमने कई बार प्रशासन को लिखित व मौखिम में अवगत करवाया, परंतु प्रशासन अधिकारी गेंडे की खाल ओढ़े बैठे हैं। ऐसे में गौपालकों, गौरक्षों में गुस्सा है, जिसकी परिणीती कैसे होगी यह हमें पता नहीं। लेकिन अब पता चला कि ये अधिकारी बातों से मानने वाले नहीं है। ऐसे में अधिकारी हमें कानून को हाथ में लेने पर मजबूर कर रहे है।।