बीकानेर अर्जुन की जीत मोदी के कवच में सुरक्षित हेम शर्मा अर्जुन राम
अर्जुन की जीत मोदी के कवच में सुरक्षित हेम शर्मा अर्जुन राम
आईरा समाचारचुनाव सभाओं में मोदी के ही गीत गा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री का यह चुनाव प्रचार लोग हास्यास्पद मान रहे हैं। बीकानेर के विकास या जनहित के मुद्दों पर बात करने की बजाय वे गीतों से काम चला रहे हैं। बेशक मोदी की लहर में अर्जुन राम की जीत समाहित है, परंतु इस चुनाव में अर्जुन राम की साख गिरी है। मतदाता यहां तक कि भाजपा कार्यकर्ता यह कहने में गुरेज नहीं कर रहे हैं कि अर्जुन राम ने सत्ता का सुख भोगा है, संसदीय क्षेत्र बीकानेर के लिए कुछ नहीं किया। इस चुनाव में अर्जुन राम का विरोध जनता में मुखर हुआ है। उनकी जनता के बीच स्वीकार्यता घटी है। लोग संसदीय क्षेत्र में उनकी भूमिका पर सवाल उठाने लगे हैं। हालांकि अर्जुन राम की साफ सुथरी छवि है। उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे उन पर अंगुली उठाई जाए। मंत्री की भूमिका भी सराहनीय ही मानी जा रही है। भले ही बीकानेर में विकास और जनहित के मुद्दों पर संसदीय क्षेत्र के लोगों का विश्वास नहीं जीत पाए हों। इस बीच बीकानेर संसदीय क्षेत्र में चुनावी मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच अतिरेक पर जा पहुंचा है। अर्जुन राम खुद भारी मतों से अपनी जीत बता रहे हैं। वहीं भाजपा के कई समर्थक जिसमें डा. विश्वनाथ भी शामिल है अर्जुन राम की 5 लाख से ऊपर जीत की घोषणा करते हैं। भाजपा समर्थक, तथाकथित चुनाव विश्लेषक और अपनी राजनीति में स्किल दिखाने वाले भी ऐसी ही भाषा बोल रहे हैं। वहीं कांग्रेस के नेता अर्जुन राम के खिलाफ सत्ता की नाराजगी, क्षेत्र में नहीं रहने, विकास के काम नहीं करवाने, पार्टी और संगठन के लोगों को तरजीह नहीं देने समेत अन्य मुद्दे गिनाकर कांग्रेस प्रत्याशी की जीत मान रहे है। श्रीकोलायत में विधानसभा चुनाव में आरएलपी और कांग्रेस के कुल वोट इस बार गोविंद के खाते में जाने का दावा है। वहीं लूणकरणसर राजेंद्र मुंड और वीरेंद्र बेनीवाल एक साथ आने को कांग्रेस बढ़त मान रही है। श्रीडूंगरगढ़ में मंगला राम गोदारा और गिरधारी महिया के कुल वोट को कांग्रेस जीत का आधार बता रही है। नोखा में कांग्रेस विधायक है और जाट वोटों का ध्रुवीकरण कांग्रेस के पक्ष में मान लिया गया है। अनूपगढ़ , खाजूवाला पर इस बार गोविंद राम का पूरा दावा है। यह बात सही है कि बीकानेर संसदीय क्षेत्र में अर्जुन राम का मोरिया बोलने में पूरा कांग्रेस संगठन लगा हुआ है। शहर की दोनों विधानसभा पूर्व और पश्चिम पर कांग्रेस मुस्लिम वोटों की बदौलत बढ़त के ख्वाब संजोए हुए है। यह बात सही है कि बीकानेर संसदीय क्षेत्र में अर्जुन राम का मोरिया बोलने में केंद्र से राहुल गांधी, प्रदेश से नीचे तक पूरा कांग्रेस संगठन लगा हुआ है। कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद राम की जीत के यह दावे करने वाले यह बात भूल रहे हैं कि मोदी जैसा नेता कांग्रेस में कोन है? मोदी की लहर का उनके पास क्या विकल्प है? भाजपा की संसदीय क्षेत्र में 8 में से 6 विधायक है। जन मानस मोदी मोदी बोल रहा है। अर्जुन राम मेघवाल मोदी के नाम से बेशक बीकानेर से चुनाव जीतेंगे, परंतु हां यह बात जरूर है कि अर्जुन राम की कमजोरियां का असर होगा ही। इस बार उनके सामने कांग्रेस का उम्मीदवार पिछले दो बार की तरह कमजोर नहीं है। मोदी का कवच बरकरार है। कांग्रेस के प्रतिद्वन्दी गोविंद मेघवाल ने अर्जुन राम मेघवाल की इतनी हेठी कर दी है कि वो ही भाषा जनता बोलने लगी है। लोग कहने लगे हैं कि अर्जुन राम मेघवाल का बीकानेर के विकास में कोई योगदान नहीं है। केंद्र में मंत्री रहते एक भी काम किया हो तो बताएं। केंद्र सरकार की योजना में हुए काम वो गिना रहे है। इस बार मोदी की भी जनसभा नहीं हुए है। दो बार अमित शाह की चुनावी सभा का कार्यक्रम निरस्त हो गया है। वहीं अर्जुन राम की गिरती साख का भी मतदाताओं पर असर अवश्यमेव होना है। फिर भी अर्जुन की जीत मोदी के कवच में सुरक्षित मानी जा रही है।