बीकानेर बन रहा उड़ता पंजाब,यँहा गांजा स्मेक एमडीएम चिट्टा नशे की गोलियां, खुल्लम खुल्ला बेची जा रही है।
बीकानेर। नशे का पंजाब बनने के बिल्कुल करीब पहुंच चुके है।
आईरा न्यूज बीकानेर कल शाम गंगानगर चौराहे पर प्राइवेट बस स्टैंड पर एक महिला नशे में टन भीख मांग रही थी लेकिन नशा ज्यादा होने के कारण वो अचानक बेहोश हो गई , पास में खड़े रेहड़ी गाड़ा वालो ने बताया महिला चिट्टा व स्मेक सेवन करती है। अधिक नशा होने के कारण बेहोश हो गई है, महिला को इस तरह जमीन पर बेचेत देखकर लोगो की भीड़ इकट्ठी हो गई जब मौके पर पत्रकार इक़बाल खान पहुंचे तो उन्होंने वहां खड़े लोगो से बात चीत की तो मोती खा भुट्टो ने बताया की ये महिला हमारे मोहले में सुबह 7 बजे ही चिट्टा खरीदने पहुंच जाती है। महिला की हालत देखकर हर कोई दंग रह गया अगर रात्रि को इस तरह कंही सुनसान जगह पर बेहोश हो जाये और आवारा किस्म के नशेड़ियों के धक्के चढ़ जाए तो कुछ भी हो सकता है।
बीकानेर में नशा तस्करों को रोकना अब पुलिस के लिए मुश्किल होता जा रहा है।
अपने स्थाई अड्डों से नशा बेचने वालों से लेकर शहर के चप्पे चप्पे में घूम घूमकर नशा बेचने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नशा तस्करों की संख्या बढ़ने का बड़ा कारण डिमांड है। शहर में नशे की ओर प्रवृत्त होने वाले युवाओं की संख्या बढ़ रही है। वहीं दूसरा बड़ा कारण नशा खरीदने के लिए पैसे का अभाव भी है। नशाखोरों को रोज खुराक चाहिए होती है, लेकिन पैसे नहीं होते। ऐसे में नशा करने के लिए पहले नशा बेचना पड़ता है।
हैरानी की बात यह है कि अधिकतर नशेड़ियों के परिजनों को उन ठिकानों की जानकारी रहती है, जहां से उनके घर का कोई सदस्य नशा खरीदकर लाता है। परेशानियों से जूझ रहे ये परिजन खुलकर सामने नहीं आना चाहते। ये सिर्फ सिस्टम के भरोसे हैं।
कुछ दिन पहले आईजी साहब तथा एसपी साहब के आदेश पर लगातार कार्रवाई चली थी उस दौरान कुछ तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे। ओर नशेड़ियों के अड्डों में भी भय व्याप्त हुआ था। लेकिन अब यह फिर से सक्रिय है। सूत्रों से पता चला है कि सुभाषपुरा, सर्वोदय बस्ती, भुट्टों का बास, पूगल रोड़, जस्सूसर गेट, नत्थूसर गेट, करमीसर रोड़, करमीसर गांव की एंट्री से लेकर मोहता सराय, चौधरी कॉलोनी आदि इलाकों का कनेक्शन नशे के कारोबार से है। सर्वोदय बस्ती के सरकारी स्कूल के पास एक व्यक्ति अपने घर से स्मैक व चिट्टा बेचता है। वहीं सुभाषपुरा लाल क्वार्टर क्षेत्र में स्थित टंकी के पास एक तस्कर नशे की पुड़िया सप्लाई करने आता है। इसी तरह भुट्टों के बास की एक परचून की दुकान के सामने वाली खिड़की में पूछने पर चिट्टा, स्मैक, दारू व गांजा सबकुछ मिल जाता है। इसी तरह करमीसर रोड़ पर भी खुल्लमखुल्ला नशीले पदार्थ बेचते हैं। सूत्रों के मुताबिक यहां भी अधिकतर नशा मिलता है। वहीं नत्थूसर गेट से मोहतासराय तक भी कई जगह नशा मिलता है। उधर महिला मंडल स्कूल के सामने वाली काकी को तो सभी जानते ही है, तो वंही चौधरी कॉलोनी के कुछ युवक भी नशे की तस्करी में लिप्त बताए जाते हैं। जस्सूसर गेट पर चाय की चुस्की के बहाने गांजा अभी भी परोसा जा रहा है। तो वहीं पूगल रोड़ पर नशे का साम्राज्य अभी भी कायम है।