आजकल की पत्रकारिता,
आईरा वार्ता न्यूज नेटवर्क ,अख्तर खान कोटा,
संपादक : नाचते हुए खबरें पढ़ना आता है?
-नहीं सर, ये हमारे सिलेबस में नहीं था।
संपादक: नफरत फैलाना आता है?
-नो सर, ये हमें नहीं पढ़ाया गया
संपादक : सरकार की शान में कसीदे पढ़ना आता है?
-सर हमें बताया गया है कि पत्रकार को विपक्ष में रहना चाहिए। संपादक: तुम्हारी डिग्री बेकार है। तुम्हें कुछ नहीं आता संपादक : नेक्स्ट. एक लड़की नाचते हुए एंटर होती है। वो चिल्लाते हुए संपादक पर बरस पड़ती है। तुम देशद्रोही हो, तुमने देश बर्बाद कर दिया, तुम पाकिस्तानी हो, तुम दंगाई हो, तुम पत्थरबाज हो…..
संपादक: ये क्या बकवास है?
-डेमो दिया है सर। जो मैंने कहा, विपक्ष के लिए कहा। ये रही मेरी डिग्री संपादक: डिग्री की ज़रूरत नहीं। यू आर परफेक्ट। कल से काम शुरू कर दो।