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रामेश्वर डूडी के डॉक्टर विश्वनाथ की तारीफ़ के बयान पर हंगामा है क्यों बरपा है।

आईरा समाचार जयपुर में विद्याधर नगर स्टेडियम में जाट महाकुंभ मेले में प्रदेश के किसान नेता रामेश्वर डूडी ने स्टेज़ से भाषण में मांग रखी कि राजस्थान का अगला मुख्य मंत्री जाट होना चाहिए ? इसके बाद डूडी ने 2023 का चुनाव नोखा विधानसभा क्षेत्र से लड़ने की घोषणा कर दी ? और तभी से उन पर राजनैतिक रूप से हमले होने लग गए ? महाकुम्भ में दिए गए बयान की वीडियो सोशल मीडिया में बार बार चलाई जाने लगी, ताकि प्रदेश में एक तबका इनके विरोध में उठ खड़ा हो जाए।किसी एक प्रोग्राम में डूडी ने पूर्व संसदीय सचिव विश्वनाथ की तारीफ़ कर दी ? चर्चा आ रही है कि डूडी ने सन 2013 के विधानसभा से पूर्व भाजपा के नेताओं को खाजूवाला क्षेत्र में डॉक्टर विश्वनाथ को टिकट देने की सिफ़ारिश की थी मझे की बात यह है कि किसी प्रोग्राम में यह बात रामेश्वर डूडी ने ही माइक पर कही थी।कई दिनों से इस घटना को लेकर शहर में चर्चा जोरों पर चल रही है, रामेश्वर डूडी पर कुछ लोग जान बूझ कर आरोप लगाने का प्रयास कर रहे हैं।सन 1947 में जब पहली दफा पण्डित जवाहर लाल नेहरू देश के प्रधान मंत्री बने थे, वे कांग्रेस पार्टी के नेता थे लेकिन उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में हिन्दू महा सभा के नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मंत्री बनाया था और जम्मू कश्मीर का प्रभार सौंपा था ? सन 1984 में इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस पार्टी को प्रचण्ड बहुमत हासिल हो गया था, और राजीव गांधी देश के प्रधान मंत्री बन गए थे ! सन 1984 से 1989 तक वे प्रधान मंत्री रहे ! इसी दौरान अटल बिहारी वाजपेई भाजपा के नेता थे, वाजपैयी उस समय बीमार हो गए थे, जिनका ईलाज विदेश में होना था लेकिन वाजपेई साहब के पास विदेश जा कर ईलाज करवाने का पैसा नहीं था , कांग्रेस के राजीव गांधी को इस बात की जानकारी हो गई ! राजीव गांधी ने विदेश में जा रहे एक डेलिगेशन में माननीय अटल बिहारी बाजपेई को विदेश भेज दिया और सरकारी खर्चे से अटल बिहारी बाजपेई जी का ईलाज करवाया ।इस तथ्य की जानकारी अटल जी ने ख़ुद ने देश की जनता को कही।सन 1977 में राजस्थान में जनता पार्टी की सरकार बनी, श्री भैरों सिंह शेखावत राजस्थान के मुख्य मंत्री बने । उस वक्त बीकानेर के मोहम्मद उस्मान आरिफ साहब राज्य सभा सांसद थे और वे दिल्ली में नॉर्थ एवेन्यू में रहते थे, भैरू सिंह साहब के आरिफ़ साहब से व्यक्तिगत सम्बंध बहुत अच्छे थे ? मंत्री मण्डल में वे किसी मुसलमान को लेना चाहते थे, उन्होंने इस विषय पर आरिफ़ साहब से सलाह मशविरा किया, तो आरिफ़ साहब ने बीकानेर शहर से जीते हुए विधायक एडवोकेट महबूब अली जी की ईमानदारी की ख़ूब तारीफ़ की, भैरों सिंह जी को अच्छा लगा, भैरों सिंह शेखावत जी के मंत्रीमण्डल में महबूब साहब सन 1977 से 1980 तक मंत्री थे ? हालांकि शेखावत साहब ने अपने विवेक से अपना मंत्रिमंडल का गठन किया , लेकिन किसी अच्छे आदमी की तारीफ़ करना गलत कैसे हो सकता है, चाहे वह किसी भी राजनैतिक दल में हो।डॉक्टर विश्वनाथ मेघवाल साहब सन 2008 से पहले मेरे भी अच्छे मित्र थे, सरकारी डॉक्टर थे, निहायत ही शरीफ़ शख्सियत है, उनकी अच्छाई और सादगी की तारीफ़ तो आम जनता ही करती है और इसके अलावा डॉक्टर विश्वनाथ मेघवाल को पहली मर्तबा तो भाजपा ने 2008 में ही दे दी थी, और वे विधायक जीत गए थे, सन 2013 में उनका टिकट कटने की कोई सम्भावना भी नजर नहीं आती है , तथा सन 2013 में चुनाव जीतने पर मुख्य मंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया ने उनको संसदीय सचिव भी बना कर इज़्जत से नवाजा था।इसलिए जहां तक हमारा ख्याल है कि कांग्रेस पार्टी के नेता रामेश्वर डूडी ने यदि डाक्टर विश्वनाथ मेघवाल की तारीफ़ कर दी थी तो कोई गलत बात नहीं की है ?
फकत बीकानेर की आवाज़

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