बीकानेर शहर में वकीलों के बीच ग्रूपिजम का फसाना केन्द्रीय कानून मंत्री किरण रिजू तक भी पहुंच गया
बीकानेर में हाई कोर्ट की बैंच खोलने की मांग के दोनों बार एसोसिएशन ने अलग अलग ज्ञापन देकर कीर्तिमान स्थापित किया ? बीकानेर शहर की प्रतिष्ठा में चार चांद लगे ?
बीकानेर शहर में हाई कोर्ट की बैंच खोलने के विषय पर बरसों से वकीलों का आन्दोलन चल रहा है ! सन 2009 को जब बीकानेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पुरोहित थे तब वकीलों ने आन्दोलन शुरू किया था जो पूरे सम्भाग में 125 दिन तक चला , अदालतों का बहिष्कार किया, नेशनल हाईवे को जगह जगह जाम किया ! उस वक्त आंदोलनकारी वकीलों पर कई मुकदमें भी दर्ज़ किए गए जिसे वकीलों ने फेस भी किए ?उसके बाद सर्वसम्मति से तय किया गया कि प्रत्येक महीने की 17 तारीख को अदालतों का बहिष्कार किया जायेगा, कोई भी वकील कोर्ट में नहीं जायेगा, और बार एसोसिएशन द्वारा ज़िला प्रशासन को इसी तारीख को ज्ञापन दिया जायेगा।यह सिलसिला बदस्तूर हर महीने चलता आ रहा है, अदालतों का बहिष्कार और जुलूस के साथ प्रशासन को ज्ञापन दिया जा रहा है ? लेकिन सन 2022 में बीकानेर बार एसोसिएशन में ग्रूपिज्म्म बहुत हावी हो गया, जीते हुए ग्रुप के मुख्य नेताओं पर हारे हुए साथी वकीलों को अवॉयड करने के आरोप लगे, नतीज़ा यह हुआ कि बार एसोसिएशन के दो टुकड़े हो गए ? एक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक शर्मा हो गए, जिनके साथ मुख्य रूप से बिहारी सिंह, कमल पुरोहित, मुमताज अली भाटी, कुलदीप शर्मा आदि हो गए और दूसरे बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेन्द्र पाल शर्मा बना दिए गए, जिनके साथ आर के दास गुप्ता, अजय पुरोहित, किशन सांखला, गणेश चौधरी, बछ राज जी कोठारी, संत नाथ आदि प्रमुख रूप से एसोसिएशन में शामिल हो गए ? अब प्रत्येक माह की17 तारीख को दो जुलूस और दो ज्ञापन देने की परिपाटी शुरू हो गई ? सन 2023 में भी आपसी इगो के चलते मिलाप नहीं हो सका अलग हुए एसोसिएशन के नए अध्यक्ष किशन सांखला निर्विरोध चुन लिए गए तो दूसरे ग्रुप के एसोसिएशन के अध्यक्ष बिहारी सिंह निर्विरोध चुन लिए गए ? दोनों ने अपनी अलग अलग जंबो कार्यकारिणी भी घोषित कर दी ? होली के त्यौहार पर भी वकील भाइयों का मेल नहीं हुआ? दो जगहों पर होली के प्रोग्राम हुए, दोनों जगह अपने अपने स्टाईल में ठुमके लगे ?
किशन सांखला अध्य्क्ष वाली एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल आर के दास गुप्ता एडवोकेट के नेतृत्व में किशन सांखला, अजय पुरोहित, सुरेन्द्र पाल शर्मा तथा सचिव भंवर बिश्नोई के साथ दिल्ली में कानून मंत्री किरण रिजजु से मिलने गया, जिनके साथ बीकानेर सांसद श्री अर्जुन राम मेघवाल भी रहे , जिन्होने बीकानेर शहर में हाई कोर्ट बेंच खोलने की मांग रखी और ज्ञापन दिया ? जिस पर कानून मंत्री किरण रिजजू ने इनकी मांग को स्वीकार करते हुए जल्दी ही बीकानेर शहर में वर्चुअल हाई कोर्ट बैंच खोलने की हामी भर दी ? यह भी तय हुआ कि तमाम दावे, दस्तावेज़ बीकानेर शहर में ही दिए जा सकेंगे और ऑन लाइन विडियो के जरिए वर्चुअल हाई कोर्ट शुरू कर दिया जायेगा ?यह ख़बर तुरन्त ही सोशल मीडिया और अख़बार में आ गई ? इस ख़बर की जानकारी दूसरे ग्रुप को भी हो गई ? यह ग्रुप भी दूसरे एसोसिएशन के अध्यक्ष बिहारी सिंह के नेतृत्व में कानून मंत्री किरण रिजजू से मिलने दिल्ली चला गया ? इनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता एडवोकेट मुमताज अली भाटी, कुलदीप शर्मा, विवेक शर्मा आदि कई वकील साहबान थे, इन्होंने भी बीकानेर सांसद श्री अर्जुन राम मेघवाल को साथ ले लिया ?इन्होंने भी वही मांग रखी जो पहले के ग्रुप ने रखी थी ? खैर बीकानेर शहर में बुद्धिमान विद्वान वकील भाइयों में प्यार भरी फूट है इसकी जानकारी दिल्ली के कानून मंत्रालय को भी हो गया और वहां उनको भी गूंज सुनने को मिल गई ?क्या और कैसा सन्देश गया यह तो कहा नहीं जा सकता है लेकिन समझा जा सकता है ? यदि दुसरा प्रतिनिधि मंडल द्वारा कानून मंत्री को बधाई देकर बेंच की स्थापना के उदघाटन के लिए बीकानेर बुलाने को इन्वाइट किया जाता तो ज्यादा अच्छा लगता ? और एक अच्छा सन्देश भी जाता ? लेकिन विद्वान और समझदार लोगों को समझाने की हिम्मत कौन करे ?
फकत
बीकानेर की आवाज़
बीकानेर !