गर्भावस्था के 12 से 25 सप्ताह के बीच हुई प्रत्येक सोनोग्राफी का करें भौतिक सत्यापन जिला कलेक्टर।
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
बीकानेर। जिनके पहले से एक या अधिक बेटियां हो और 12 से 25 सप्ताह के गर्भावस्था काल में सोनोग्राफी करवाती है तो ऐसी प्रत्येक गर्भवती का भौतिक सत्यापन किया जाए। प्रसव परिणाम की भी पूरी पड़ताल की जाए। इसके अलावा गांव.शहर में चल रहे विभिन्न मेडिकल स्टोर की भी औचक जांच हो। उक्त निर्देश देते हुए जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने जन्म पर लिंगानुपात की प्राथमिकता से मॉनिटरिंग की आवश्यकता जताई। वे बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गर्भ समापन की दवाइयां ओवर द काउंटर न बिके। भ्रूण लिंग जांच से संबंधित सूचनाएं जुटाई जाए। इसके लिए उन्होंने सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवारए सभी ब्लॉक सीएमओ तथा पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण को खंड स्तर पर टीमें बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बेहतर मॉनिटरिंग रहेगी तो ना भ्रूण लिंग जांच होगी ना कन्या भ्रूण हत्या की कोई संभावना रहेगी। जिला कलेक्टर ने फील्ड सर्वे कर प्रत्येक मिसिंग डिलीवरी को सत्यापित करने और डाटा एंट्री करने के निर्देश दिए।
बैठक में आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ डॉ लोकेश गुप्ता, डॉ नवल किशोर गुप्ता, डॉ सीएस मोदी, डॉ गौरी शंकर जोशी, डीपीएम सुशील कुमार, पिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप चारण, डीएनओ मनीष गोस्वामी, एक्सईएन डीपी अरोड़ा, महिपाल सिंह चौधरी, यूपीएम नेहा शेखावत, इंद्रजीत सिंह ढाका, ईशान पुष्करणा द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में लेखाधिकारी अभिषेक गोयल, डॉ मनु श्री सिंह, डॉ विवेक गोस्वामी मौजूद रहे।