बीकानेर वाले मंत्री जी की इन दिनों नींद उड़ी हुई है बुलन्द हो गया इक़बाल फिलहाल सब खैरियत है।
बीकानेर वाले मंत्री जी की इन दिनों नींद उड़ी हुई है बुलन्द हो गया इक़बाल, फिलहाल सब खैरियत है।
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ब्रेकिंग खबरों से उड़ी सत्ता वालों की नींदे
आईरा ऑनलाइन, मुकेश पुनिया,राजस्थान में मची सियासी उथल पुथल के बीच सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही ब्रेकिंग न्यूजों ने सत्ता वालों की नीदें उड़ा रखी है । सीएम सॉब को पार्टी सुप्रीमों बनने का ऑफर मिलने के बाद तो सोशल मीडिया पर हर दिन नये सीएम के नाम की ब्रेकिग न्यूजे सामने आ रही है । अभी हाल में सोशल मीडिया के कई ग्रुपों में सीपी जोशी को नया सीएम लांच किया गया है,इससे पहले नये सीएम के तीन चेहरे लांच किये जा चुके है । मजे कि बात तो यह है कि जब भी नये सीएम का नाम वायरल होता है तो उसके समर्थकों में उत्साह और विरोधी लॉबी में हायतौबा मचनी शुरू हो जाती है। सिर्फ सत्ता वालों में नहीं सिस्टम के अफसरों में भी इन ब्रेकिंग न्यूजों से टेंपरेचर का उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। मगर फिलहाल सब खैरियत है।
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बुलन्द हो गया इकबाल
उर्दू के मामले बुलन्द हुए इकबाल के कारण हमारे शिक्षामंत्री जी अब बेकफुट पर आ गये है,शिक्षामंत्री को इसका अहसास भी नहीं था कि उर्दू के इकबाल को हल्के में लेना इस कदर भारी पड़ जायेगा । मामला इस कदर गरमा गया है कि मंत्री जी को जगह-जगह मुर्दाबाद के नारों का सामना करना पड़ रहा है । लगातार भडक़ रही इस आग को ठंडा करने के लिये मंत्री जी ने अपनी बीकानेर वाली फाइटर फौज को सक्रिय कर दिया है । फौज के सिपहासालार बुलन्द हुए इकबाल को राजीनामें के लिये तैयार करने में जुटे है इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
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पुलिस ने करवा दिया तत्व ज्ञान
बीकानेर में उद्यमियों से जुड़े हर मामले में पंचायती करने वाले जिला उद्यमी जी को पुलिस ने ऐसा तत्व ज्ञान कराया कि बस पूछों मत! मामला खारा की एक दाल मिल में पकड़े गये जलालाबाद बम ब्लॉस्ट के आंतकी से जुड़ा होने के कारण पुलिस इस मामले की जांच का कोई भी पेच ढीला नहीं छोडऩा चाहती। मगर सिस्टम के अफसरों की चापलूसी में माहिर बीकानेर के चर्चित उद्यमी जी इस मामले में दाल मिल वाले की पैरवी करने पहुंच गये और पुलिस को अपना पारंपरिक ज्ञान देने का भी प्रयास किया,लेकिन पुलिस ने उद्यमी जी को ऐसा तत्व ज्ञान कराया कि उन्होने पीछे मुडक़र भी नहीं देखा । तत्व ज्ञान होने के बाद अब उद्यमी जी पुलिस के नाम से ही चमकनें लगे है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
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यूआईटी का नाम सुनते छलक पड़ता है दर्द
राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता के अंतिम चरण में पार्टी नेताओं का दर्द अब खुलकर सामने आने लगा है,इन नेताओं में बीकानेर के कई नेता भी शामिल है जो यहां यूआईटी चैयरमेनशीप के लिये अपने सत्ता में बैठे अपने सियासी आकाओं की हर ख्वाइश पूरा करने के लिये तैयार थे । लेकिन सियासी आका इनका ख्वाब पूरा नहीं कर सके। दिल के अरमा आंसूओं में बहाते घूम रहे इन नेताओं की हालत अब इस कदर विचलित करने वाली हो गई है कि यूआईटी का नाम सुनते ही इनकी आंखों में दर्द के आंसू छलक पड़ते है। इनमें से कई नेता तो अपने दर्द का कर्ज चुकाने के लिये मौके की तलाश में बैठे है मगर फिलहाल सब खैरियत है।