देश को विक्टोरिया क्रॉस कैप्टन कमल राम गुर्जर” को उचित सम्मान के लिए 75 वर्षों से इंतजार
आईरा वार्ता न्यूज, 1जुलाई 2022 जयपुर, भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देव आनंद गुर्जर ने विक्टोरिया क्रॉस कप्टैन कमल राम गूर्जर की 40वी पुण्यतिथि पर सैनिक के उचित सम्मान का मामला उठाते हुए देश के नागरिकों को देश को सम्मान दिलाने वाले वीर सैनिकों को सम्मान से 70 वर्ष से ज्यादा समय तक वंचित रखने पर जागरूक करते हुए सरकारों के ए सम्मानजनक रवैया पर चिंता जताई।
देश के विभाजन से पहले 1944 में विश्व का सर्वोच्च सम्मान विक्टोरिया क्रॉस मात्र 19 साल की आयु में प्राप्त करने राजस्थान के करोली जिले में टोंका खेड़ा गांव के रहने वाले मा भारती के वीर गूर्जर पुत्र कैप्टेन कमल राम जी की 40 वी पुण्यतिथि पर कर्नल देव अआनंद गूर्जर, ने अपने संदेश में विस्तारपूर्वक बताया की किस प्रकार कैप्टेन कमला राम ने अद्बभूत साहस का परिचय देते हुए वीरता के झंडे गाड़े व द्वितीय विश्व युद्ध मे जर्मनी में गारी नदी पार करके दुश्मन को नेस्त नाबूत किया । लेकिन आज तक सरकार और समाज की अनदेखी पर गहरी चिंता जताते हुए कहा की अंतरराष्ट्रीय सस्तर का सबसे बडां वीरता पुरुष्कार विजेता होने के बावजूद कैप्टन कमल राम गूर्जर को 75 वर्षों से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी उचित सम्मान से वंचित रखा गया . कर्नल ने कमल राम जी के नाम पर करोली सरकारी महाविद्यालय का नामकरण कमल राम गुर्जर विक्टोरिया क्रोस के नाम पर होना चाहिये व जयपुर तथा दिल्ली में किसी भी मुख्य सड़क व सर्किल का नामकरण कमल राम गुर्जर के नाम से होना चाहिए एवं मुख्य शहरों के चोहराहों सर्वोच्य वीरता पुरुषकारित योद्धाओं की प्रतिमा लगनी चाहिए जिससे कि युवा पीढ़ी अपने वीर पुरुषों से प्रेरणा लेती रहे ।देश एवं प्रदेश के पूर्व सैनिक राजस्थान सरकार से आग्रह करती है कि सर्वोच्च वीरता पुरस्कृत विक्टोरिया क्रॉस कैप्टन कमल राम गुर्जर को सम्मान देने में किसी भी प्रकार और किसी भी कारण से विलंब करना नागरिकों के लिए अपमान महसूस होता है एवं उम्मीद करते हैं की राज्य की सरकार इस विषय पर तुरंत साकारात्मक आदेश पारित करते हुए जनमानस की भावना का सम्मान करें.उन्होंने यह भी बताया कि कैप्टन कमल राम जी की धर्मपत्नी इस विषय को लेकर कई वर्षों से सरकार से उचित सम्मान की मांग करती रही है।