बीकानेर ,सोए हुए सिस्टम को जगाने के लिये जागना पड़ता है-देवी सिंह भाटी
आईरा वार्ता अख्तर भाई बीकानेर। जिलेभर में पानी,बिजली और चारे की समस्या को लेकर मचे हाहाकार से आहत होकर सिस्टम की आंखे खोलने के लिये सोमवार को अपने समर्थकों की भीड़ के साथ कलक्टरी में आमरण अनशन पर बैठे पूर्वमंत्री देवीसिंह भाटी ने कहा मैंने ऐसे विपदाकारी हालात कभी नहीं देखे। शहर से लेकर गांवों तक पानी बिजली और चारे को लेकर त्राही त्राही के हालात कायम होने के बावजूद केन्द्र और प्रदेश की सरकार के नुमाइंदे आंखे मूंदे बैठे है। नौकरशाह पीडि़त लोगों की सुनवाई नहीं कर रहे है। इन हालातों पीडि़त जनता कहां जाये। यह बड़ा सवाल नहीं सिस्टम की नाकामी का सबूत है। इन हालातों में सरकार के नुमाइंदों और अफसरों की आंखे खोलने के लिये हमें आमरण अनशन बैठना पड़ा है। उन्होने अपने चिर-परिचित अंदाज में कहा कि जन समस्याओं को लेकर मैंने पहले भी कई बार अनशन किया है। मैं मरने से नहीं डरता। आमजन का दर्द मुझसे देखा नहीं जाता। प्रदेश में सत्तारूढ कांग्रेस के मंत्रियों और केन्द्रीय मंत्री को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि समस्याओं से जुझ रही जनता त्राही त्राही कर रही है,शर्म की बात है कि जनता की सुध लेने वाले अपने घरोंदो में घुसे बैठे है। आमरण स्थल पर मौजूद नेताओं ने भी अपने संबोधन में प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार को जमकर कोसा। इसी देर अपरान्ह प्रशासन की ओर से प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे एडीएम सिटी पंकज शर्मा और उपखंड अधिकारी अशोक विश्रोई ने देवी सिंह भाटी से वार्ता कर आमरण अनशन खत्म करने की समझाइस की। भाटी ने प्रशासन के अधिकारियों को कहा कि इस भीषण गर्मी और उमस में अपनी मर्जी से आमरण अनशन पर नहीं बैठा हूं,मुझसे जनता की पीड़ा नहीं देखी जाती इसलिये मजबूर होकर यह सब करना पड़ रहा है। वार्ता के दौरान पूर्वमंत्री प्रशासन के अधिकारियों को पानी,बिजली और चारे के पुख्ता बंदोबश्त और जन समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारण की मांग की।