भाटी बोले 77 वर्ष की उम्र में दूसरी संघर्ष की पारी, आप लोगों का साथ रहा तो करेंगे हल्ला बोल
बीकानेर। 26 मई को बीकानेर कलक्ट्रेट पर हल्ला बोल अभियान को लेकर पूर्व सिंचाई मंत्री, लगातार सात बार के विधायक देवीसिंह भाटी शुक्रवार को जिले की लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे थे। हनुमान मंदिर लूणकरणसर में हजारों लोगों को पब्लिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने कहा कि पूरे राज्य, जिले या देश में एक भी कुर्सी ऐसी नहीं जहां जाने पर फरियाद सुनी जाए इंसाफ मिले इसलिए अब हमने मानस बनाया की इन लालफीताशाही के खिलाफ अब हम और आप हल्ला बोल करेंगे।भाटी बोले यह आप लोगों की ताकत ही है कि अपने हल्ला बोल अभियान को लेकर जयपुर, दिल्ली तक हड़कम्प है आखिर 26 मई को बीकानेर वाले करेंगे क्या।जयपुर, बीकानेर से आला अधिकारियों के बातचीत के लिए आमंत्रण आ रहे है हमने तो दो टूक कह दिया है जनता से जुड़ी हर जायज मांग को प्रारंभिक स्तर पर ही हल होना चाहिए। भाटी ने कहा हम क्या चाहते है नहरों में रेग्युलेशन के मुताबिक पूरा पानी मिले, अस्पतालों में, विद्यालय में पूरा स्टाफ हो, अघोषित विद्युत कटौती बन्द हो, पेयजलापूर्ति सुचारू हो, हमारे पशुधन के लिए निम्न दर पर चारे की व्यवस्था हो, मनरेगा में मजदूरी का समय अगले 2 माह तक सुबह 6 से 11 तक हो, जिले में बढ़ते अपराध एवं चोरियों पर लगाम लगे, अवैध हथियार से फैलने वाली दहशत बन्द हो इत्यादि।चुनाव लड़ने की बात पर भाटी बोले हम चुनाव लड़ेंगे राजनीतिक दल कौनसा होगा यह भविष्य के गर्भ मे है, कोलायत में भ्र्ष्टाचार परवान पर है हम डटकर मुकाबला करेंगे, हमारी जनता को सुना नहीं छोड़ेंगे।इस दौरान लूणकरणसर विधानसभा निर्दलीय प्रत्याशी प्रभुदयाल सारस्वत, भाजपा जिला उपाध्यक्ष शिवरतन ओझा, भाजपा ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष भंवरलाल जांगिड़, महामंत्री मदनदास स्वामी, पूर्व प्रधान सन्तदास स्वामी, पूर्व सरपंच रफीक मालावत सहित कई प्रमुख लोगों ने मंचासीन रहते हुए उदबोधन भी दिया।भाटी प्रवक्ता डूंगरसिंह तेहनदेसर ने मंच के माध्यम से सभी लूणकरणसर निवासियों को 26 मई को बीकानेर कलेक्ट्रेट पर होने वाले हल्ला बोल अभियान के लिए भारी संख्या मे पहुंचने की अपील की।इस मौके पर क्षत्रिय सभा अध्यक्ष प्रतिनिधि हनुमानसिंह बीका, कुम्हार महासभा तहसील अध्यक्ष लालचंद डाल, सन्तराम भोभरिया, फतेहसिंह मक़डासर, नवनीत सिंह, डूंगरराम, शेराराम, राजदास सारण, कायमसिंह भामासी, सरदार सुंदर सिंह, राजू नायक, ओमपालसिंह राठौड़, महावीरसिंह बीका, राकेश मुंड, मनिरामदास नाथवाना, अजमल हुसैन सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे।