तबादला सीजन में बढ़ी सत्तारूढ विधायकों-नेताओं की पूछ कर्मचारी नेताओ व मंत्रियों के घरों के चक्कर लगाने के साथ साथ इधर उदर जुगाड़ भी लगाने शुरू कर दिए है।
तबादला सीजन में बढ़ी सत्तारूढ विधायकों-नेताओं की पूछ
आईरा समाचार बीकानेर। राज्य सरकार की ओर से कर्मचारियों के तबादलों से रोक हटते ही सत्तारूढ विधायकोंं और नेताओं की पूछ बढ गई है और उनके यहां तबादलों की अर्जियों का अम्बार लगना शुरू हो गया है। वहीं सत्ता के दलाल भी सक्रिय हो गये है। अपना तबादल मनमर्जी की जगह कराने के लिये ज्यादात्तर कर्मचारी विधायकों और भाजपा नेताओं से सीध बैठाने के जुगाड में लगे है। कोई रिश्तेदार के साथ अर्जी लगाने जा रहा तो कोई भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद ले रहा। सूत्रों की मानें तो दो दिन पहले तबादलों से रोक हटने की खबर आते ही बीकानेर से जुड़े केबिनेट मंत्री सुमित गोदारा समेत सत्तारूढ विधायकों के पास 1100 से ज्यादा आवेदन आ गए हैं। इनमें पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास के पास सबसे ज्यादा आवेदन पहुंच रहे है। आवेदकों में शिक्षकों की संख्या सर्वाधिक हैं। इसके बाद चिकित्सा, विद्युत और जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने आवेदन किया है। आवेदन में किसी ने वृद्ध माता-पिता, बीमार सास-ससुर का हवाला दिया है तो किसी ने कहा, वे अपनी पत्नी से दूर हैं, इसलिए तबादला चाहिए। कोई दूसरे संभाग में सालों से निष्ठा से सेवा करने के बाद अब अपने गृह जिले में आना चाहता है। कई ऐसे भी हैं, जिन्होंने खुद को भाजपा कार्यकर्ताओं के रिश्तेदार होने के आधार पर सिफारिश लगाई है। तबादला अर्जियों के अनुसार ज्यादा कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्र से शहर में तबादला चाहते हैं। तबादलों की अर्जियों में शहर से 15 से 20 किमी दूर तैनात कर्मचारियों ने भी घर के पास आने की जुगाड़ लगाई है। जबकि शिक्षक वर्ग फिलहाल साइंलेट मोड़ में है क्योंकि बोर्ड की परीक्षाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने शिक्षकों के तबादलों पर पाबंदी बरकरार रखी है।