बीकानेर आईजी की नई पहल:आत्महत्याओं की रोकथाम के लिये सेल का गठन,हेल्पलाइन नम्बर भी किया जारी,
आईजी की नई पहल: आत्महत्याओं की रोकथाम के लिये सेल का गठन
आईरा समाचार बीकानेर बीकानेर में सुसाइड प्रर्वेशन रिसोर्स सेंटर की टीम हुई एक्टिव
बीकानेर। बीकानेर रेंज में आत्महत्याओं की दुखद घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए आईजी ओमप्रकाश पासवान ने रेंज स्तर पर स्पेशल सेल ‘सुसाइड प्रर्वेशन रिसोर्स सेंटर’ का गठन किया है । सेंटर की टीम आत्महत्या से जुड़ी घटनाओं की गहनता से जांच पड़ताल कर ऐसी घटनाओं की रोकथाम के प्रयास करेगी। आईजी ओमप्रकाश ने गुरूवार को यहां रेंज मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों बीकानेर शहर के एक ही परिवार के पांच लोगों ने सामुहिक खुदकुशी कर ली,इसके अलावा एक पुलिस कांस्टेबल ने भी फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। इस तरह की घटनाओं की समीक्षा करने पर पता चला कि बीकानेर रेंज में साल भर 1306 लोग आत्महत्या कर चुके है। आईजी ने कहा कि ऐसी घटनाएं दुखद और आत्मा को झकझोरने वाली है। ऐसे में पुलिस का नैतिक दायित्व बनता है कि ऐसी दुखदायी घटनाओं की रोकथाम की जाये। इसके लिये रेंज स्तर पर ‘ सुसाइड प्रर्वेशन रिसोर्स सेंटर’ का गठन किया गया है। सेंटर की टीम ऐसे लोगों का पता लगाई जो किन्ही कारणों से संतापग्रस्त होकर खुदकुशी कर सकते है। टीम के अधिकारी ऐसे लोगों की निराशा और नकारात्मक विचारों से मुक्त कर उनके जिंदगी के लिये नव चेतना का प्रयास करेगी। सेंटर की टीम आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिये कार्ययोजना बनाकर काम करेगी। नवाचार के तौर पर ‘परोपकाराय’ नाम से एक हैल्पलाईन सेवा शुरू की गई है। जिसके 9530414841 है। की ये टीम संभालेगी सेंटर आईजी ने बताया कि सुसाइड प्रर्वेशन रिसोर्स सेंटर के लिये रेंज स्तर पर एएसपी अंजूम कयाल के नेतृत्व में गठित टीम में डीवाईएसपी रणवीर सिंह ,सीआई मनोज शर्मा,एसआई शिवलाल ,हैड कांस्टेबल संदीप कुमार,विमलेश कुमार,श्रीमती विजयलक्ष्मी और कांस्टेबल सुनील कुमार को शामिल किया गया है।
घटनाएं दुखद,रोकना हमारी नैतिक जिम्मेदारी-आईजी
आईजी ओमप्रकाश ने खुदकुशी की बढ़ती घटनाओं को दुखद बताते हुए कहा कि ऐसी घटनाओ की रोकथाम हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। आईजी ने कहा कि ऐसी घटनाओं में पीडित परिवार को बेहद कष्टदायक परिस्थिति से गुजरना पड़ता है ,पूरे परिवार को काफी लम्बे समय तक इसका दंश झेलना पड़ता है। ऐसे में हमें संवेदनशील होकर इन घटनाओ की रोकथाम के लिये प्रयास करने चाहिए है। उन्होने कहा कि रेंज पुलिस इस मामले में कार्ययोजना बनाकर काम करेगी और सामाजिक संगठनों के साथ मनो रोग विशेषज्ञों का भी सहयोग लिया जायेगा। जससे समय रहते ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें नकारात्मक विचारों से मुक्त करने का प्रयास किया जाये। आमजन से अपील की जायेगी कि आपके आसपास किसी व्यक्ति या परिवार में ऐसी स्थिति ध्यान में आती है तो उसकी सूचना परोपकाराय हैल्पलाईन पर दी जावे ताकि समय रहते ऐसे व्यक्ति की काउन्सलिंग, उपचार और निरोधात्मक कार्यवाही की जा सके।