सचिव यूआईटी कि हठधर्मिता, हो रही सूचना आयोग की अवमानना । 27.04.2022 को नहीं हुएं आयोग कोर्ट में पेश एन डी क़ादरी
,आईरा वार्ता ,न्यूज नेटवर्क,,
बीकानेर। सूचना आयोग जयपुर कोर्ट में बुधवार को सुनवाई के दौरान एन डी क़ादरी ने कहा कि आपके दोनों नोटिस सितंबर 2021 एवं 24 दिसंबर 2021 जिसमें आपने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि ‘‘क्यों न आपको धारा 20 (1) में दंडित किया जाए, साथ ही नोटिस प्राप्ति के पंद्रह दिन में सूचना देने के निर्देश दिए गए थे’’ पर भी पालना नहीं की जा रही है। जब की मौजुदा चैयरमेन एवं जिला कलेक्टर बीकानेर ने भी सूचना देने के निर्देश दिए थे । लेकिन सचिव यूआईटी ने पुरी तरह हठधर्मिता धार रखीं हैं सूचना नहीं देने व जनहित के कार्यों को नजर अंदाज कर रहे हैं। इस आयोग ने एक मौका और देते हुए । तारीख 21.07.2022 को व्यक्त्त पेश होने का नोटिस देते हुए कहा कि अब सुनवाई उपस्थित नहीं होने तथा सुचना नहीं देने पर दंडित ही किया जायेगा। और कोई मौका नहीं देंगे । ज्ञात रहे सूचना अधिकार के अंतर्गत नूरानी मस्जिद रानीसर बास निवासी एन. डी. कादरी ने सूचना मांगी है। सुनवाई के दौरान क़ादरी ने आयोग को बताया कि सचिव यूआईटी ने अपीलार्थी को पत्र में क्रमांक – न.वि.न्यास/लो.सू.अ/बीका/2022/353 दिनांक 18.01.2022 में दर्शाया है कि अपीलार्थी ने पंडित धर्मकांटे के पिछे वैध मधाराम काॅलोनी आम गली को लोहे के गाटर से बंद करने की शिकायत करते हुए आमजन के लिए रास्ता खोलने तथा असामजिक तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करने करने का निवेदन किया है।एन.डी. कादरी ने कहा कि ऐसा किसी भी अतिक्रमण होने अथवा हटाने की बात सूचना आवेदन पत्र में ही दर्ज नहीं है। यह पुरी तरह टालमटोल और गुमराह कर आप सूचना आयोग जयपुर के आदेशों की अवहेलना है। अगर वैध मधाराम काॅलोनी पंडित धर्म कांटे के पिछे कोई अतिक्रमण यू.आई.टी. ने पाया है तो हटाने कि जिम्मेदारी विभाग की है, ना कि किसी आर.टी.आई. कार्यकर्ता की। इस बाबत सभी दस्तावेज भी क़ादरी आयोग के समक्ष पेश किए ।अपीलार्थी अपेक्षा करता है कि धारा 6 (1) आवेदन में मांगीं सूचना दिलवाने तथा उक्त के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाए।
( एन.डी. कादरी )
आर.टी.आई एवं सामाजिक कार्यकर्ता
बीकानेर।