बीकानेर,अब प्राइवेट लक्जरी बसों के जरिये होने लगी नशे की तस्करी
आईरा समाचार बीकानेर। नशा तस्करों ने अब प्राइवेट लक्जरी बसों को तस्करी का जरिया बना लिया है। इसका खुलासा सोमवार की रात जोधपुर से वाया बीकानेर होते हुए श्रीगंगानगर जा रही एक लक्जरी बस की डिग्गी में बरामद हुए डोडा पोस्त की खेप से हुआ है। बताया जाता है कि जोधपुर वाया बीकानेर रूट से श्रीगंगानगर जा रही इस लक्जरी बस की श्रीबालाजी पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर नाकाबंदी के दौरान तलाशी ली तो बस की डिग्गी में 41 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त का चूरा बरामद किया। बताया जाता है कि जिस शख्स ने तस्करी के डोडा पोस्त से लद्दे दो बोरे बस की डिग्गी में रखवाये थे वह बस से उतर कर भाग छूटा। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। श्रीबालाजी पुलिस को मुखबिर के जरिये इनपुट मिला था कि बस में रखी डोडा पोस्त की खेप नोखा हाईवे पर उतारी जायेगी। फिलहला पुलिस उस शख्स का पता लगाने में जुटी है जो बस से उतर कर भाग छूटा था। पुलिस ने इस सिलसिले में बस के कण्डक्टर के बयान भी दर्ज किये है। जानकारी में रहे कि जोधपुर बीकानेर रूट पर चलने वाली प्राइवेट लक्जरी बसों में तस्करी के नशे की खेप पकडऩे जाने का यह पहला मामला नहीं है,इससे पहले भी नागौर में बीकानेर रूट की एक बस से डोडा पोस्त की खेप पकड़ी जा चुकी है। इसके बाद अलर्ट मोड़ में आई पुलिस ने अब इस रूट पर चलने वाली प्राइवेट लक्जरी बसों की आकस्मिक चैकिंग करनी शुरू कर दी है। इस मामले को जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि तस्कर हमेशा तस्करी के लिए तरीके बदलते रहते हैं। ट्रक या कार से तस्करी करने में पकड़े जाने की संभावना ज्यादा रहती है और पकड़े जाने के बाद मुकदमों में फंसने की संभावना भी शत-प्रतिशत रहती है, लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वाहनों में तस्करी करने से बचने की संभावना ज्यादा रहती है।