मेरे समाज के प्यारे भाइयों बंधुओं सगे संबंधी वह प्यारे बच्चे सभी को पहले भी मैं जिन्होंने चुनाव में मेरे को वोट दिया वह सहयोग किया उसका फिर धन्यवाद देता हूं
मेरे समाज के प्यारे भाइयों बंधुओं सगे संबंधी वह प्यारे बच्चे सभी को पहले भी मैं जिन्होंने चुनाव में मेरे को वोट दिया वह सहयोग किया उसका फिर धन्यवाद देता हूं एक हफ्ते में जो घटनाएं हुई वह सब समाज के सामने हैं आज बड़ी आत्मा रो रही है कि मेरा समाज खंड खंड हो रहा है फिर दो भागों में बंट रहा है समाज के कई लोगों की जिद थी 11 तारीख को ही चुनाव होगा मैंने हमेशा समाज की बात रखी समाज के सहयोग से काम किया यह पहला काम था जिसमें मैंने कुछ लोगों की बात रखी मानी आज मैं उन लोगों का नाम नहीं लेना चाहता जिन्होंने हमेशा समाज का बंटवारा किया है और इसमें भी वह कामयाब हो गए समाज ऐसे आदमियों से बचके रहें कल 19,6, 2023 वार सोमवार को कैलाश डावर चुनाव सेक्रेटरी द्वारा स्वर्णकार भवन बीकानेर रानी बाजार सुबह 11:00 बजे ने आम मीटिंग बुलाई गई है वह मेरी सहमति से बुलाई है सभी भाई लोग जो चुनाव से संतुष्ट नहीं है जिन्होंने सबूत दिए कि चुनाव में धांधली हुई है सभी भाई लोग पधारे समाज एक परिवार होता है परिवार जब अलग-अलग दो धडो में बटता है उसकी ताकत व इज्जत दूसरों के सामने खत्म हो जाती है मेरे को बर्दाश्त नहीं मंजूर नहीं कोई अध्यक्ष बनकर खुश हो रहा है कुछ भाई बंद मेरे अध्यक्ष ना बनने से और धांधली से परेशान व नाखुश है मैं मानता हूं के समाज के साथ धोखा हुआ लेकिन हमें भूलना होगा हमें यह भी भूलना होगा कुछ लोगों द्वारा समाज में गंदगी की गई हमें समाज को एक रखना है उसके लिए अगर मुझे कोई भी बलिदान देना पड़े तो मैं समाज के लिए दूंगा लेकिन मेरी हर कोशिश यही होगी बीकानेर जिले का समाज एक हो इसमें आप मेरा सहयोग करें और कल की आम सभा में पधारे आम सभा को सफल बनाएं आम सभा में जो भी फैसला होता है मैं भी स्वीकार करूंगा आप भाई बंधु भी स्वीकार करें यह अध्यक्ष की लालसा मुझे नहीं है किसी भाई को है तो उसको मंजूर मुझे तो मेरे समाज को भाई बंधुओं को साथ लेकर चलना है चलूंगा उनके दुख दर्द में सहयोग करना है करूंगा इतना मेरे पर विश्वास रखें और धैर्य से काम ले और कल की आम सभा में अपने विचार रखे उसके साथ जो भी त्रुटि आ रही है जिसके पास भी सबूत है चुनाव में धांधली हुई है वह बताएं निष्पक्ष कैसे बताएं लेकिन समाज को एक रखना है यही मेरा कहना है मैं समाज का दुख समझता हूं लेकिन मेरी भावना को समझते हुए कल की मीटिंग में जो भी फैसला हो मैं मंजूर करूं तो आप भी मंजूर करके अपने काम धंधे लगे और अपने परिवार के प्रति ध्यान दें आपका
हुकुमचंद कांटा