राजस्थान कांग्रेस में ज्वालामुखी धधका,लावा अज़मेर से जयपुर की ओर
आईरा न्यूज़ नेटवर्क बीकानेर
युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले पेपर लीक करने वालों को सज़ा तो मिलनी ही चाहिए
कांग्रेस नेता पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की पैदल यात्रा में जन सैलाब उमड़ा राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की फूट अब आर पार की स्टेज तक पहुंच चुकी है ? राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा बहुत बड़ी बड़ी बातें बोलते थे कि वह राजस्थान को पंजाब नहीं बनने देंगे आज राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के पंजाब से भी ज्यादा बदतर हालात हो गए हैं ?
पंजाब में तो दो लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनिल जाखड़ ही कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर चले गए थे लेकिन राजस्थान में तो पांच मंत्रियों और 14 विद्यायकों पर भाजपा के साथ सांठ गांठ के आरोप लगातार लग रहे हैं ? अन्य बहुत सारे कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता भी असंतुष्ट चल रहे हैं, जिसका खामियाजा राजस्थान कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है।दिनांक 25 सितंबर, 2022 को राजस्थान कांग्रेस पार्टी में अनुशासनहीनता का राजनैतिक ड्रामा हुआ था ? उस समय राजस्थान में पर्यवेक्षक अजय माकन थे ? अजय माकन और मलिकार्जुन खड़गे को आला कमान द्वारा जयपुर विधायकों की रायशुमारी के लिए भेजा गया था ? रायशुमारी तो हुई नहीं अलबत्ता कांग्रेस पार्टी के 92 विधायकों के इस्तीफे स्पीकर के पास पहुंच गए अजय माकन ने इस्तिफा दे दिया और पंजाब के रंधावा जी को राजस्थान का पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया गया ? रंधावा ने छप्पन दफा कहा कि वे अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं करेंगे, लेकिन वह खुद एक पार्टी बन कर रह गए ? उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे, जिसका नतीजा यह हुआ कि उनके पॉवर को कंट्रोल करने के लिए आला कमान द्वारा तीन अन्य सहायक लगा दिए गए ?
लेकिन हालात यह है कि चारों में से कोई एक का कद भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बराबर का नहीं है ऐसे में यह कैसे संभव है कि ये लोग सचिन पायलट या अशोक गहलोत को कठोर शब्दों में कोई सजेशन भी दे सके सचिन पायलट ने वसुन्धरा राजे सिंधिया के समय हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग उठाई, जो पहले अशोक जी भी आरोप लगाया करते थे, लेकिन मुख्य मंत्री बनने के बाद उन भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच नहीं हुई ? उनमें एक आरोप इंग्लैंड में बैठे ललित मोदी के प्रकरण का था ?
सचिन पायलट ने आर पी एस सी के पेपर लीक प्रकरण का मुद्दा उठाया है यह हकीकत है कि विद्यार्थी कड़ी मेहनत करके नौकरी के लिए इम्तहान देता है, सब लोग भी यह तो चाहते ही है कि सभी परीक्षाएं फेयर की जाए ? ऐसे में यदि इम्तहान से पहले ही पेपर लीक हो जाए और पेपर लीक करवाने वाले ही पेपर से संबंधित लोग होंगे तो यह जायज़ कैसे हो सकता है ? मारवाडी में एक कहावत है कि यदि बाड़ ही खेत को खायेगी तो खेत को कौन बचाएगा यह तो बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय ही होगा ना अशोक गहलोत की पिछली सरकार में एक एस पी को राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन का अध्यक्ष बनाया गया था ? उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने अपनी बेटी को राजस्थान ज्यूडिशियरी सर्विस के पेपर लीक करवाए ? वह लड़की मजिस्ट्रेट बन गई ? उन महाशय पर वसुन्धरा सरकार में मुक़दमा दर्ज किया गया, जिसकी ज़मानत सुप्रीम कोर्ट से हुई उस मामले का क्या हुआ ? आज दस साल बीत चुके हैं ? जिन बच्चों ने उस वक्त आर जे एस की परीक्षा दी थी, क्या उनके साथ यह अन्याय नहीं था पेपर लीक प्रकरण के आग की आंच राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा पर भी आ रही है यदि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पर भी आरोप लगते हैं तो क्या उसकी निष्पक्ष जांच नहीं होनी चाहिए ?
राजस्थान में निरंजन आर्य मुख्य सचिव थे ? राजस्थान सरकार ने उनकी पत्नी को ही आर पी एस सी सदस्य बना दिया निरंजन आर्य को रिटायरमेंट के बाद मुख्य मंत्री का सलाहकार बना कर राज्य मंत्री का दर्जा दे दिया यदि नौकरशाह को ही राजनीति में नवाजा जाएगा तो राजनैतिक दलों की सभाओं में दरियां कौन बिछाएगा
कुमार विश्वास ने सन 2013 में राहुल गांधी के सामने अमेठी में आप पार्टी से चुनाव लडा था ? राहुल गांधी को पप्पु नाम के लकब देने का श्रेय कुमार विश्वास को ही दिया जाता है राजस्थान सरकार ने उनकी पत्नी को आर पी एस सी का सदस्य बना दिया।
आर पी एस सी सदस्य कटारा का नाम पेपर लीक प्रकरण में सामने आ रहा है ? गहलोत सरकार ने एक आरोपी के एक भवन पर बुल्डोजर चला दिया , अच्छा किया, लेकिन जो अन्य आरोपी हैं तो उनकी जांच क्यों नहीं होनी चाहिए ? यदि वे दोषी हैं तो उनको भी सज़ा मिलनी चाहिए ?
पी सी सी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को नैतिक स्तर पर आगे आकर अपने पद से इस्तीफा देकर स्वयं पेपर लीक प्रकरण की जांच करवानी चाहिए कर्नाटक की भाजपा सरकार पर कांग्रेस के राहुल गांधी द्वारा 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप लगाया गया ? कमीशन की रेट लिस्ट अखबारों में प्रकाशित की गई ? राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार है ? क्या राजस्थान में भ्रष्टाचार नहीं है।कोलायत क्षेत्र में बजरी रॉयल्टी को लेकर हजारों स्थानीय ट्रक वालों ने हड़ताल की थी, आरोप था कि रॉयल्टी की पर्ची कम राशि की काटी जाती है और वसूली कहीं ज्यादा की जाती है ? जनता ने महीनों आन्दोलन किया लेकिन क्या हुआ ? आज बीकानेर शहर में बजरी बीस रूपये क्विटंल की जगह पचास रूपये क्विटंल जनता को लेनी पड़ रही है ।यदि हम स्वयं ईमानदार नहीं हैं तो हमें यह अधिकार नहीं है कि हम किसी अन्य पर आरोप लगा सकें हो सकता है कि पेपर लीक प्रकरण की आड़ में सचिन पायलट कोई राजनैतिक गेम खेल रहे हों लेकिन पेपर लीक तो नहीं होना चाहिए ? बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी को भी कौन करने देगा
राजस्थान में चुनाव होने में अब छह महीने ही बाकि हैं ? जनता राहुल गांधी को पसन्द करती है, एक दफा फिर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार आ सकती है, लेकिन कांग्रेस पार्टी की फूट का नुकसान कांग्रेस पार्टी को होना ही है ।बीकानेर के जसरासर गांव में रामेश्वर डूडी ने किसानों की भीड़ इक्कट्ठी की, सचिन पायलट को नहीं बुलाया गया ? क्या रंधावा की यह ड्यूटी नहीं थी कि इस किसान सम्मेलन में सचिन पायलट को भी बुलाया जाता ? दिनांक 6 मई को हेमा राम चौधरी ने बाड़मेर में इनसे दुगनी भीड़ जमा कर सचिन पायलट को हीरो बना दिया ? वहां ना डोटासरा, ना रंधावा और ना ही मुख्य मंत्री श्री अशोक गहलोत शामिल हुए, लेकिन कई मंत्री और विधायक वहां मौजूद थे बाड़मेर की मीटिंग के दूसरे दिन ही गहलोत साहब ने फिर विधायकों द्वारा भाजपा से धन लेने की बात ताज़ा कर दी क्या राहुल गांधी ने इसी लिए भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी यदि राजस्थान में फिर से कांग्रेस को सरकार बनानी है तो सभी को एक तो होना ही पड़ेगा
फकत
आम अवाम
बीकानेर !