छापर के हिरण अभ्यारण्य का नाम गुरू जम्भेश्वर महाराज के नाम किया जाना अधिक बेहतर होता।पलाद सिंह मार्शल
आईरा समाचार इक़बाल खान बीकानेर,राजू वास यानि राजस्थान पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का नाम प्रिन्स विजय सिंह के नाम से रखा जाए तो महाराजा गंगा सिंह जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी ?
राजू वास यानि राजस्थान पशु विज्ञान विश्व विद्यालय बीकानेर शहर में पूर्व महाराजा करणी सिंह जी की स्टेच्यू सर्किल के पास लालगढ़ पैलेस को जाने वाले रास्ते पर स्थित है !
यह राजूवास का भवन बीकानेर की आन बान शान रहे पूर्व महाराजा गंगा सिंह जी के लख्ते जिगर प्रिन्स विजय सिंह का निवास महल था !
यह हकीकत है कि महाराजा गंगा सिंह ने बीकानेर के विकास में चार चांद लगाए थे, गंग नहर उन्हीं की दूरदर्शिता का नतीज़ा है । राजकुमार विजय सिंह उनके चहेते पुत्र थे ,प्रिंस बिजय सिह मेमोरीयल हॉस्पिटल (पीबीएम हॉस्पिटल) उन्ही प्रिन्स के नाम से बनाया गया था।
राजूवास भवन में राजकुमार विजय सिंह की स्टेच्यू लगी हुई है, अन्दर करणी माता जी का मन्दिर भी है !
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह भवन महाराजा करणी सिंह जी ने विजय सिंह जी की याद में ही राजस्थान सरकार को दान में दिया था । बीकानेर की जनता की भावनाएं इस भवन के लिए स्वर्गीय विजय सिंह जी के साथ जुड़ी हुई है बीकानेर राजपरिवार के ट्रस्टों से करोड़ों रुपयों का दान भी दिया गया व दिया जाता है।
राजपूत समाज व बीकानेर आमजन की भावनाओ को जाने बिना ही और बिना मांग किए ही वोट बटोरने के उद्देश्य से राजस्थान के मुख्य मंत्री श्री अशोक गहलोत ने 2023 के अपने बजट में राजस्थान पशु विज्ञान विश्व विद्यालय का नाम विश्नोई समाज के धर्म गुरू परम श्रद्धेय श्री श्री 1008 श्री जंभेश्वर महाराज के नाम से करने की घोषणा की है ?
विश्नोई समाज हिरण को बहुत मानता है, जीव व पर्यावरण प्रेमी है और हीरण के लिए वह जान देने को तैयार हो जाते हैं ।
राजस्थान में छापर अभ्यारण्य हिरण के लिए विश्व प्रसिद्ध जगह है, वहां पर सेंकड़ों की तादाद में झुण्ड के झुण्ड में हिरण रहते हैं, कोई भी व्यक्ति हिरण का शिकार नहीं कर सकता है ?
अशोक जी को सुझाव दिया जा रहा है कि बीकानेर शहर में स्थित पशु विज्ञान विश्व विद्यालय का नाम “प्रिन्स विजय सिंह मेमोरियल विश्व विद्यालय” रखा जाए तो अधिक उपयुक्त और बेहतर होगा!!!!!
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ताल छापर अभ्यारण्य का नाम विश्नोई समाज के धर्मगुरू श्री श्री 1008 श्री जंभेश्वर महाराज के नाम से रखा जाए तो देश के बिश्नोई समाज सहित आमजन को ज्यादा अच्छा लगेगा और एक प्रेरणास्पद मेसेज भी जायेगा ।
“एक समाजसेवी “प्रहलाद सिंह मार्शल