सरकार द्वारा मदरसा पैराटीचर्स से किए घोषणापत्र क्या अन्य की तरह जुमले बाजी था।
आईरा,समाचार,गहलोत,सरकार द्वारा मदरसा पैराटीचर्स से किए घोषणापत्र क्या अन्य की तरह जुमले बाजी था जिन लोगों ने इनकी हक के लड़ाई के लिए किए जा रहे आंदोलन सहित दाढ़ी यात्रा को आरएसएस की बी टीम यात्रा व धरणा कहना और फिर कुछ समय बाद मुखवीर की तरह धरनास्थल पर जाकर मदरसा पैराटीचर्स को आश्वासन के साथ धरना समाप्त करवाना साथ ही अपनी उस स्थान की फोटो अखबरों में साया करवाना भी सरकार की साज़िश व मुखवीरी का हिस्सा समझा जाए । अगर यह ही हुआ है तो सरकार के लिए यह लोग विपक्ष का काम कर रहे ऐसे लोगों के होते सरकार व कांग्रेस पार्टी को विपक्षियों की जरूरत ही है। सरकार को चाहिए इनकी मांगे माने साथ कांग्रेस पार्टी को भी चाहिए इनकी मांगे घोषणा पत्र अनुसार पुरी करवाएं अन्यथा इन मुखवीरो के इस तरह के कृत्य व शब्दों से आगामी समय में बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना होगा । धन्यवाद सरकार व कांग्रेस पार्टी हित में आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता का सुझाव है।
अब चुनाव आ रहे हैं गहलोत फिर लॉलीपॉप देने कोशिश करेगा।