दो देशों की GDP से ज्यादा अडानी ग्रुप ने सात दिनों में गंवा दिया।अडानी ग्रुप को लेकर अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भूचाल ला दिया है. इस रिपोर्ट का ऐसा असर हुआ कि गौतम अडानी की संपत्ति औंधे मुंह गिरी है. अडानी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर तक गिर चुका है.
आईरा समाचार ऑनलाइन बीकानेर राजस्थान अडानी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स का तमगा गंवा बैठे हैं और टॉप-20 की लिस्ट से बाहर हो गए हैं. अडानी ग्रुप के शेयर रोजाना ताश के पत्तों की तरह गिर रहे हैं.
हिंडनबर्ग ने दो सालों की रिसर्च के बाद 24 जनवरी को एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें अडानी ग्रुप पर कई संगीन आरोप लगाए गए. इसके बाद से ही अडानी ग्रुप के बुरे दिन शुरू हो गए. अडानी समूह की 10 कंपनियों पर सबसे अधिक गाज गिरी है. रिपोर्ट जारी होने के बाद ग्रुप की इन 10 कंपनियों को 8.76 लाख करोड़ रुपये यानी 107 अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ है, जो इथियोपिया और केन्या जैसे देशों की जीडीपी के आसपास है.
वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, इथियोपिया और केन्या की जीडीपी 110 से 111 अरब डॉलर के आसपास है. बीते सात दिनों में ग्रुप की कंपनी अडानी टोटल गैस के शेयरों को सबसे अधिक 29 अरब डॉलर की चपत लगी है.
ब्लूमबर्ग बिलियनएयर इंडेक्स के मुताबिक, 24 जनवरी को जिस दिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी हुई, उस दिन अडानी की निजी संपत्ति 119 अरब डॉलर थी जबकि पिछले साल सितंबर में अडानी की संपत्ति 150 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर गई थी. लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी की संपत्ति तेजी से घटी है. फोर्ब्स के अनुमान के मुताबिक, फिलहाल अडानी की संपत्ति 64.6 अरब डॉलर है. इसका सीधे तौर पर मतलब है कि सितंबर के बाद से अब तक अडानी 85 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति गंवा चुके हैं, जो एक तरीके से बुल्गारिया की सालना जीडीपी के बराबर है.
अडानी के ये शेयर धड़ाम से गिरे
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी होने के बाद बीते छह दिनों से अडानी ग्रुप के जिन कंपनियों के शेयरों को चपत लगी है. उनमें अडानी ग्रीन एनर्जी है, जिसे 16.95 अरब डॉलर का घाटा हुआ है. अडानी ट्रांसमिशन को 16.36 अरब डॉलर, अडानी पोर्ट्स एंड सेज को 7.89 अरब डॉलर, अंबुजा सीमेंट्स को 3.55 अरब डॉलर, अडानी विल्मर को 2.4 अरब डॉलर और एसीसी कंपनी के शेयर को 1.13 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है.
बता दें कि हिंडनबर्ग की 413 पन्नों की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद से ही ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट का रुख जारी है. हालांकि, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है.
वेंतुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च टीम के प्रमुख विनित बोलिंजकर का कहना है कि अडानी ग्रुप पर कुल कर्ज 1.60 लाख करोड़ रुपये है जबकि उसका सालना एबिटा 57,000 करोड़ रुपये है. अगर अडानी ग्रुप ने अगली दो तिमाहियों में अतिरिक्त कर्ज नहीं उठाया तो वह बड़ी मुसीबत में फंस सकता है. उन्होंने निकट भविष्य में भी अडानी ग्रुप के शेयरों में इसी तरह गिरावट की आशंका जताई है.
रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की यह रिपोर्ट अडानी ग्रुप के लिए आफत लेकर आई. 24 जनवरी को यह रिपोर्ट पब्लिक होते ही अडानी ग्रुप के शेयर हर दिन रिकॉर्ड निचले स्तरों तक लुढ़कते नजर आ रहे हैं. उनकी नेटवर्थ को भी करार झटका लगा है. वे दुनिया के शीर्ष अरबपतियों की लिस्ट में 16वें स्थान पर खिसक गए हैं. ग्रुप ने अडानी एंटरप्राइजेज का 20,000 करोड़ रुपये का एफपीओ भी वापस लेना पड़ा. साथ ही अडानी ने खुद सामने आकर निवेशकों से अपील की कि वे ग्रुप पर भरोसा बनाए रखें.