बीकानेर भागवत कथा भक्ति ज्ञान वैराग्य का संगम है।
भागवत कथा भक्ति ज्ञान वैराग्य का संगम है।
आईरा समाचार बीकानेर, 2 फरवरी। मुरलीधर व्यास कलोनी स्थित करणी भवन में गोलोकवासी श्री हनुमानप्रसाद जमुनादेवी की स्मृति में सारस्वत तावनिया परिवार की ओर से आयोजित भागवत कथा व नानी बाई रो मायरो में कथावाचक यशोदानंदन महाराज ने धर्म प्रवचन देते हुए कहा कि भागवत कथा भक्ति, ज्ञान व वैराग्य का संगम है। कथा सुनने से मन का संदेह दूर होकर भगवान की भक्ति में प्रीति होती है। भगवान में भाव होने से ही जीवन का कल्याण होगा। भगवान में कोई भेद नहीं है। भगवान एक और उनके रूप अनेक है। मानव जीवन का समय अनमोल है। यह प्रतिपल जा रहा है। इसे भगवान की भक्ति में लगावे।भागवत कथा शुरू होने से पूर्व मुख्य यजमान कथा आयोजक शिवप्रसाद सारस्वत दंपति ने सपरिवार व्यास पीठ पर रखी भागवतजी की पूजा अर्चना की। भागवत कथा में भगवान की संजीव झांकियां भी दिखाई गई। “नाचे नंदलाल नचावे उनकी मैया” भजन पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर नृत्य करने लगे। महाराज ने आज मधुर वाणी से आज भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओ में नंदोत्सव, माखन चोरी, पूतना वध, गौचरन व गोवर्धन पूजा के प्रसंगों को प्रेरणादायक उदाहरण देकर विस्तार से बताया। इस मौके पर गायत्री परिवार चुरु से बाबूलाल सारस्वा, सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी शिवकुमार ओझा, सेवानिवृत्त उप जिला शिक्षा अधिकारी रमेशचंद्र ओझा, समाजसेवी शोभा सारस्वत, रामप्रसाद, चंद्रप्रकाश, प्रेमचंद ओझा, भीखमचंद सारस्वा लालमदेसर, हरिशंकर सारस्वत, गजानंद जस्सू, लक्ष्मीनारायण तावनियां, नारायण प्रसाद ओझा, शिवधन सारस्वत, दाऊदयाल व्यास, सुनील मोट, दानाराम गुरावा, जगदीश प्रसाद सारस्वत सहित अनेकों गणमान्य लोग उपस्थित थे । भागवत कथा का आज सैकड़ों लोगों ने अमृतपान कर आध्यात्मिक लाभ उठाया।