मोनोलिसा मर्डर मिस्ट्री: पुलिस को झूठी कहानियों में उलाझा रहा मुलजिम।
हत्या कर मिटा दिये सबूत,एक ओर अभियुक्त भी गिरफ्तार।
आईरा समाचार,बीकानेर। मोनोलिसा मर्डर के हाईप्रोफाइल मामलें की गहन जांच पड़ताल में जुटी पुलिस ने कई अहम तथ्य जुटाये है । यह जानकारी देते हुए एएसपी सिटी अमित कुमार बुढ़ानियां ने रविवार को प्रेस कांफ्रेस में बताया कि इस मामलें में मुख्य आरोपी भवानी सिंह झाड़ेली को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया है। अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी जयपुर में ओमेक्स सिटी में फ्लेट किराये पर ले रखा था जहां मोनोलिसा को अपनी पत्नि बताकर उसके साथ रह रहा था। दो साल पहले कोरोना काल में उसने मोनोलिसा की साजिशन तरीक से हत्या कर दी और उसकी मौत कोरोना से होना बताकर सबुत मिटा दिये । सबुत मिटाने में करणीनगर निवासी जितेन्द्र शर्मा और उसकी पत्नि सोनिका शर्मा की भूमिका भी सामने आई है। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने फिलहाल जितेन्द्र शर्मा को हिरासत में लिया है । दोनो आरोपियो ंको सोमवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जायेगा। एएसपी सिटी ने बताया कि मोनोलिसा की मौत के बाद भवानी सिंह ने करणी नगर निवासी जितेन्द्र शर्मा और उसकी पत्नि सोनिका शर्मा को फ्लैट पर बुलाया था। तकनीकी तौर पर जुटाये गये साक्ष्यों में इसकी पुष्टी भी हो चुकी है। चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि मोनोलिसा की मौत के बाद भवानी सिंह ने अपने दोस्तों को कॉल कर बुलाया और फिर मोनोलिसा को होस्पीटल ले जाना बताया लेकिन होस्पीटल का रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि मोनोलिसा को होस्पीटल ले जाया ही नहीं गया था। इसके अलावा भी पुलिस ने ऐसे कई तकनीकी साक्ष्य जुटाये है,जिससे खुलासा हो गया कि भवानी सिंह ने मोनोलिसा की हत्या की है। एएसपी ने बताया कि भवानी सिंह ने मोनोलिसा की हत्या कैसे और किन कारणों के चलते ही है, इसका पता लगाने के लिये गहन अनुसंधान जारी है। एएसपी ने बताया कि जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि भवानी सिंह का अपराधिक रिकॉर्ड रहा और गैंगस्टर आंनदपाल सिंह के साथ भी जुड़ाव रह चुका है।
-करोड़ी की जमीन से जुड़ा है मामला
जानकारी में रहे कि दो साल पहले कोरोना काल के समय मोनालिसा चौधरी पुत्री स्वप्र चौधरी की जयपुर में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। जो किराये के फ्लेट में भवानी सिंह के साथ रहती थी। उसकी मौत को हत्या बताते हुए स्वप्र चौधरी ने 21 नवम्बर 22 को सदर थाने में चार नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कराया था। मृतका के पिता ने स्वप्न चौधरी ने आरोप लगाया था कि उसकी जयपुर रोड स्थित चर्च के बेशकीमती जमीन को हड़पने के लिए ही भवानी सिंह ने उसकी बेटी से नजदीकियां बनाने के बाद फर्जी शादी रचाई थी। जबकि वह पहले से दो बच्चों का पिता था। परिवादी ने आरोप लगाया हत्या में रविन्द्र रामपुरिया भी शामिल है। जिसने उसकी बेटी की हत्या के लिए कई लोगों को सुपारी भी दी थी । प्रकरण में भवानी सिंह शेखावत, रविंद्र रामपुरिया, चिराग रामपुरिया, जसवंत जाट तथा एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज करवाया था।