धीरेंरा सरपंच प्रतिनिधि हत्याकांड का अपराधी भीलवाड़ा में गिरफ्तार पुलिस ने घोषित कर रखा था आठ हजार का इनाम।
धीरेंरा सरपंच प्रतिनिधि हत्याकांड का अपराधी भीलवाड़ा में गिरफ्तार पुलिस ने घोषित कर रखा था 8 हजार का इनाम। आईरा समाचार,बीकानेर। तीन साल पहले धीरेंरा सरंपच प्रतिनिधि लक्ष्मण जांगू हत्याकांड के बाद फरार हुए बीकानेर के ईनामी अपराधी गिरधारी सिंह को बीकानेर जिला पुलिस की स्पेशल टीम ने भीलवाड़ा में गिरफ्तार कर लिया। फरारी के बाद पुलिस को छकाते रहे गिरधारी सिंह पर आठ हजार रूपये का ईनाम घोषित कर रखा था। जानकारी में रहे कि कारोबारी लेन देन के चलते तीन अक्टूबर 2019 को धीरेरां के सरपंच प्रतिनिधि लक्ष्मण जांगू की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में तीन जनों को नामजद किया था। हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त सोढ़ावाली निवासी मदन सिंह और खियेंरा निवासी प्रेम कुलरिया को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था। लेकिन गिरधारी सिंह पुलिस के हाथ नहीं लगा । फरारी के बाद गिरधारी सिंह ने अपने घर से कोई संपर्क नहीं किया। वो नेपाल और भुटान तक चला गया। इसके अलावा उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, पंजाब और बिहार तक घूमता रहा। हाल ही में वो राजस्थान के कई जिलों में घूमता रहा। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, जालौर, सिरोही, उदयपुर, बाड़मेर, पाली नागौर में फरारी काट रहा था। इसी दौरान भीलवाड़ा पहुंच गया । इसी भनक लगते ही जिला पुलिस की स्पेशल टीम हथियारों से लैस होकर भीलवाड़ा जा पहुंची और एक कपड़ा फैक्ट्री में श्रमिक बन कर काम करते गिरधारी सिंह को हिरासत में ले लिया। जानकारी में रहे कि पुलिस अधीक्षक योगेश यादव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने डीएसटी टीम को गिरधारी सिंह की गिरफ्तारी का टारगेट दिया था। काफी मशक्कत के बाद पुलिस उस तक पहुंच सकी। इसमें लूनकरणसर वृताधिकारी नोपाराम ,थानाधिकारी लूनकरणसर चन्द्रजीत व हेड कॉन्स्टेबल दीपक यादव की मुख्य भूमिका रही।