पाकिस्तान से 100 हिंदू परिवार,धार्मिक वीजा लेकर हरिद्वार जाने के नाम पर ये लोग भारत पहुंचे, लेकिन वहां जाने के बजाय ट्रेन में बैठ सीधे जोधपुर आ गए।
राजस्थान जोधपुर, गुरुपर्व पर पाक विस्थापितों के पचास लोगों का एक जत्था जोधपुर पहुंचा है। धार्मिक वीजा लेकर हरिद्वार जाने के नाम पर ये लोग भारत पहुंचे, लेकिन वहां जाने के बजाय ट्रेन में बैठ सीधे जोधपुर आ गए।
जोधपुर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा एजेंसियों ने इन सभी से करीब दो घंटे तक पूछताछ की और उनके रिश्तेदारों के यहां रहने को रवाना कर दिया।
मालूम हो कि इससे पहले भी 100 हिंदू पाक विस्थापित विगत माह जोधपुर आये, जो कि यहां पहले से रह रहे अपने रिश्तेदारों के यहां रुके हैं। पाकिस्तान से पचास लोगों का एक जत्था कल रात जम्मू तवी एक्सप्रेस के जरिये जोधपुर पहुंचा। एक साथ बड़ी संख्या में पाक विस्थापितों के पहुंचने की सूचना मिलते ही सीआईडी की एक टीम रेलवे स्टेशन पहुंच गई। इस टीम ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की। इस पूछताछ में सामने आया कि ये लोग पाकिस्तान से धार्मिक वीजा के आधार पर वाघा बॉर्डर से अटारी पहुंचे।
अटारी से हरिद्वार जाने के बजाय ये लोग सीधे जोधपुर आ गए। जोधपुर पहुंचने के पीछे इनका तर्क है कि ये लोग यहां पर रहने के लिए आए है। सिर्फ धार्मिक वीजा के नाम पर ही आने की अनुमति मिलती है। ऐसे में इस अनुमति के आधार पर भारत में प्रवेश कर ये लोग जोधपुर आ गए। जोधपुर में इन लोगों को पाबंद अवश्य किया गया है कि वे आवेदन कर दे। अब ये लोग अपनी आमद को दर्शाने के बाद अपने रिश्तेदारों के यहां पहुचे है राजस्थान सरकारी स्कूल की महिला टीचर को अपनी स्टूडेंट से हुआ प्यार, कराया खुद का लिंग परिवर्तन और कर ली शादी। जानकारी हो कि अभी आने वालों में 36 पासपोर्ट धारकों का एक रिश्तेदार देचू के समीप एक खेत में काम करता है। ये सभी लोग उसके पास गए है। अन्य 14 पासपोर्ट धारक जोधपुर में के गांगाना इलाके में अपने एक रिश्तेदार के पास ठहरे है। जानकारी हो कि पाकिस्तान में गुरु नानक का प्रकाश पर्व छह से 15 नवंबर तक मनाया जा रहा है।