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गुजरात के मोरबी में पुल टूटने के बाद पुलिस तेजी से धर पकड़ में लगी है। अभी तक 9 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। राजकोट रेंज के आईजी ने बताया कि ओरेवा का मैनेजर दीपक भाई पारेख, ठेकेदार देवांग परमार, टिकट क्लर्क मनसुख भाई समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है

Airavartanewsnetwork.comगुजरात के मोरबी में पुल टूटने के बाद पुलिस तेजी से धर पकड़ में लगी है। अभी तक 9 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। राजकोट रेंज के आईजी ने बताया कि ओरेवा का मैनेजर दीपक भाई पारेख, ठेकेदार देवांग परमार, टिकट क्लर्क मनसुख भाई समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

 

इन लोगों के खिलाफ 304, 314 और 114 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। ईजी का कहना है कि 50 लोगों की टीम जांच में जुटी है। फिलहाल जिनकी भूमिका सामने आई उन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आने वाले दिनों में कुछ और लोगों पर भी शिंकंजा कसा जा सकता है।

 

राजकोट रेंज के आईजी अशोक यादव का कहना है कि मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लगभग चार ज़िलों से 100 एंबुलेंस, 40 मेडिकल टीम, 2-2 NDRF और SDRF की टीम, 6 कॉलम आर्मी, 30 कॉलम गरूड कमांड एयरफोर्स, 50 नेवी के जवान, 18 बोट और करीब 180 दमकल के अधिकारियों को हादसे की जगह पर तैनात किया।

30 अक्‍टूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे केबल पुल टूट जाने से 140 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई है। चार द‍िन पहले ही पुल की मरम्‍मत की गई थी। प्रशासन का कहना है क‍ि फ‍िटनेस सर्ट‍िफ‍िकेट नहीं द‍िया गया था। इसके बावजूद कंपनी ने पुल खोल द‍िया। लेक‍िन, पुल पर जाने के ल‍िए पर्यटकों को ट‍िकट बेचे जा रहे थे और ट‍िकट तय कीमत से कहीं ज्‍यादा पैसे लेकर द‍िए जा रहे थे।

उधर गुजरात सरकार की तरफ से बताया गया कि नदी पर चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन आज के लिए बंद कर दिया गया है। गुजरात पुलिस और प्रशासन के साथ सेना की तीनों विंग और एनडीआरएफ राहत अभियान में भागीदारी कर रही हैं। नदी में हुए हादसे की गंभीरता को देखते हुए गुजरात सरकार के साथ केंद्र ने आनन फानन में एनडीआरएफ के साथ सेना, एयरफोर्स और नेवी को मैदान में उतार दिया था।

खास बात है कि पुल पिछले छह माह से बंद था। पांच दिनों पहले ही उसे मरम्मत के बाद खोला गया था। मरम्मत का काम ओरेवी कंपनी ने कराया था। लेकिन नगर पालिका और सरकार से अनुमति लिए बगैर पुल को खोल दिया गया था।

मोरेवा कंपनी के एमडी ने 24 अक्टूबर को पुल खोले जाने से पहले एक प्रेस वार्ता में कहा था कि पुल के नवीनीकरण के लिए जो तकनीक उन्होंने इस्तेमाल की है उससे ये अगले 8 से 10 साल तक बेहतरीन तरीके से खड़ा रहेगा। उनका कहना था कि अगर लोग पुल के साथ छेड़छाड़ नहीं करते हैं तो ये 15 सालों तक आराम से खड़ा रहेगा। नवीनीकरण पर 2 करोड़ का खर्च आया था।

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