परमात्मा से आत्मा के मिलन का मार्ग है योग आयुक्त नीरज के पवन
आईरा वार्ता इक़बाल खान,परमात्मा से आत्मा के मिलन का मार्ग है योग नीरज के पवन परमात्मा से आत्मा का मिलन है योग यह शब्द संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने बीकानेर जिला उद्योग संघ एवं योग प्रशिक्षण एवं प्रचार समिति के संयुक्त तत्वावधान में वृद्धजन भ्रमण पथ पर शुरू हुए निशुल्क योग विज्ञान शिविर का उद्धघाटन करते हुए कहा । संभागीय आयुक्त ने बताया कि हर व्यक्ति को समय निकालकर योग करना चाहिए क्योंकि योग ही एक ऐसा इन्वेस्टमेंट है जिसका फ़ायदा आगे चलकर हमारे शरीर एवं स्वास्थ्य को मिलता है । हर योग करने वाले व्यक्ति को अपने आस पास के रिश्तेदारों, पड़ोसियों को स्वस्थ भारत की परिकल्पना में भागदीरी निभाते हुए जागरूकता लानी चाहिए । कार्यक्रम के अतिथि एवं मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ गुंजन सोनी ने करो योग रहो निरोग का नारा देते हुए बताया कि प्रतिदिन योग करने से दमा, स्वास, जुकाम, नजले जैसी बीमारियों को दूर किया जा सकता है और योग क्रिया से मनुष्य स्वस्थ होने के साथ साथ अपने दैनिक कार्यों में भी एक नई ऊर्जा महसूस करता है साथ ही डॉ सोनी ने जलनेति के लाभ बताते हुए सप्ताह में एक बार जलनेति करने की सलाह दी । बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया संभागीय आयुक्त से वरिष्ठ नागरिक भ्रमण पथ पर सफाई, लाइट व ओपन जिम उपकरण की व्यवस्था करने की मांग की । योग साधक विनोद जोशी ने कहा कि प्रशासन द्वारा योग चौकी के विस्तार हेतु संभागीय आयुक्त के सहयोग पर आभार व्यक्त करते हुए योग के प्रसार हेतु सुबह शाम के अतिरिक्त कार्यस्थल पर पन्द्रह मिनट योग प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है प्रशासन की अनुमति मिलने पर निःशुल्क सेवा दी जाएगी । योग प्रशिक्षण शिविर 16 अक्टूबर 2022 तक प्रातः छः बजे से साढ़े सात बजे तक वरिष्ठ नागरिक भ्रमण पथ स्थित योग चौकी पर चलेगा । योग विज्ञान शिविर के दौरान मधुमेह, मोटापा व रक्तचाप सम्बंधित विकार दूर करने हेतु विशेष योगाभ्यास कराया जाएगा । इस अवसर पर सुधीर भाटिया, अनिल तंवर, चरण दास, सागर चौहान, प्रेम सिंह, नरेश मित्तल, के.के. मेहता, बनवारी अग्रवाल, मोतीलाल अग्रवाल, सुरेश राजपुरोहित, अजीत सिंह, राजेन्द्र माथुर, रामगोपाल खडगावत, धीरेन्द्र बोथरा, सुभाष मित्तल, भगवती सोनी, दीपक शर्मा, रामदेव खत्री, राजेन्द्र शर्मा, आशाराम जोशी, शिवशंकर जाजड़ा, भुवनेश शर्मा, लक्ष्मण सिंह राजपुरोहित, कैलाश प्रजापत आदि योगसाधक उपस्थित रहे । पूर्व कोषाधिकारी गोरीशंकर रांकावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया |