कारगिल विजय भारत के सैनिकों के अदम्य साहस का नतीजा कर्नल गुर्जर
आईरा वार्ता समाचार ,जुलाई , गुलमर्ग, कश्मीर कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में देश के लिए प्राणाें की आहुति देने वाले बलिदानियों के भारतीए सेना की “कारगिल विजय मशाल” गुलमर्ग छावनी पहुंचने के पश्चात हाई मास्ट ट्राईकलर फ्लैग अल ओ सी तक यात्रा में हजारों की संख्या में सैनिक,भूतपूर्व सैनिक, एन सी सी कैडेट्स, बूटा पथरी के स्टूडेंट्स , इंटरनेशनल गुर्जर महासभा के कार्यकर्ता एवं पर्यटकों ने हिस्सा लिया एवं शहीदों की श्रद्धांजलि अर्पित की।विजय मशाल लेकर पहुंचे सैनिकों ने भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देव आनंद गुर्जर एवं मोजूद गुलमर्ग बटालियन के कमान अधिकारी को विजय मशाल शोपी। विजय मिसाल को सम्मान पूर्वक निर्धारित स्थान पर रखने के पश्चात गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मान किया गया
कार्यक्रम में पहुंचे कर्नल देव आनंद गुर्जर ने मीडिया से चर्चा करते समय बताया कि कारगिल युद्ध मैं विजय भारतीय सैनिकों द्वारा अदम्य साहस एवं शौर्य का परिणाम था। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यक्रम में हिस्सा लेकर वह अपने आप को गौरवान्वित महसूस करने के साथ-साथ युद्ध में शहादत पाने वाले रणबांकुरो का आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मानते हैं। कर्नल गुर्जर ने देश के युवा एवं नागरिकों से देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सैनिकों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया ।सैनिक एवं नागरिकों द्वारा मौके पर भारत माता की जय एवं वंदे मातरम के उद्घोघोष से गुलमर्ग घाटी गूंज उठी । इस अवसर पर गुलमर्ग छावनी के सैनिकों द्वारा खोखरी नृत्य एवं पाइप बैंड डिस्प्ले का कार्यक्रम रखा गया। तत्पश्चात कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ किया गया।