जमाने के हिटलर मोदी को चुनौती देने वाले सबसे बहादुर शख्स यासीन मलिक हैं। वो लोग हार नहीं मानेंगे। मुशाल हुसैन
नई दिल्ली, 26 मई: कश्मीरी अलगाववादी और जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक की गिरफ्तारी पर उनकी पत्नी मुशाल हुसैन ने भारत की सरकार और कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए हैं। पाकिस्तानी कलाकार मुशाल हुसैन ने ट्वीट कर कहा है कि इस जमाने के हिटलर मोदी को चुनौती देने वाले सबसे बहादुर शख्स यासीन मलिक हैं। वो लोग हार नहीं मानेंगे। मुशाल हुसैन ने लोगों से अपील की है कि वो कश्मीर के शेर यासीन मलिक के लिए प्रार्थना करें। बता दें कि मुशाल हुसैन सेमी न्यूड पेंटिंग बनाने के लिए जानी जाती हैं, वो 6 साल की उम्र से पेटिंग कर रही हैं। मुशाल हुसैन पीस ऐंड कल्चर ऑर्गनाइजेशन पाकिस्तान की अध्यक्ष भी हैं। यासीन मलिक ने 22 फरवरी 2009 को मुशाल से निकाह किया था। मार्च 2012 में मुशाल और यासीन को एक बटी हुई, जिसका नाम रजिया सुल्ताना है। इस जमाने के हिटलर मोदी को चुनौती देने वाले सबसे बहादुर शख्स हैं यासीन मलिक‘
मुशाल हुसैन ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”भारतीय कंगारू अदालतों द्वारा मिनटों में कोर्ट का फैसला किया गया। यासीन मलिक इस जमाने के हिटलर मोदी को चुनौती देने वाले सबसे बहादुर शख्स हैं!!! हम सभी यासीन मलिक #ReleaseYasinMalik कश्मीरियों के शेर के लिए प्रार्थना करें! प्रतिष्ठित नेता कभी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।”अदालतों ने मेरी यासीन को उम्र कैद की सजा देने का फैसला किया…’
मुशाल हुसैन ने एक के बाद एक किए ट्वीट किए हैं। एक अन्य ट्वीट में मुशाल हुसैन ने लिखा, ”अदालतों ने मेरी यासीन को उम्र कैद की सजा देने का फैसला किया है। अदालतें समाज की सामूहिक चेतना को संतुष्ट करने के लिए अंतिम निर्णय ले सकती हैं, भले ही आरोपी के खिलाफ कोई सबूत न हो। और भारत में भी ऐसा ही हुआ है, उनसे और कुछ की उम्मीद नहीं की जा सकती है।”
‘मुझे और मेरे परिवार को न्याय दीजिए…’
अपने एक अन्य ट्वीट में मुशाल हुसैन ने कहा, ”पाखंडी और बर्बर भारतीय अधिकारियों ने अदालत के फैसले को प्रभावित किया है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है। तो अब अंतरराष्ट्रीय निकायों यूएन को, मुझे और मेरे परिवार को न्याय दिलाने के लिए आगे आना चाहिए…।”
‘हम कभी हार नहीं मानेंगे और न ही हारेंगे…!’
मुशाल हुसैन ने कहा, ”हम कभी हार नहीं मानेंगे और न ही हारेंगे! यासीन मलिक धरती का बेटा है। जब #ReleaseYasinMalik हर कश्मीरी और पाकिस्तानी चिल्लाते हैं तो यासीन मलिक के नाम आसमान में गूंजते हैं…। प्रतिष्ठित नेता भारतीयों से कभी भीख नहीं मांगेंगे और न ही आत्मसमर्पण करेंगे। आजादी की संघर्ष अंतिम सांस तक जारी रहेगी।”
‘हमारी बेटी इस लड़ाई को जारी रखेगी…’
मुशाल हुसैन ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, ”वे अपने मनचाहे फैसले दे सकते हैं। यह हमें हमारी आजादी और आजादी के लिए लड़ने से नहीं रोकेगा। मैं इस संघर्ष को अंतिम सांस तक जारी रखूंगी और फिर मेरी बेटी इस लड़ाई को जारी रखेगी। और हम तब तक पीढ़ियों तक लड़ेंगे जब तक हमें हमारे अधिकार हमे नहीं मिल जाते।