जातिगत जनगणना सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में क्रांतिकारी कदम होगा-बिशनाराम सियाग
जातिगत जनगणना सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में क्रांतिकारी कदम होगा-बिशनाराम सियाग
आईरा समाचार बीकानेर बीकानेर 01मई 2025 जिला कांग्रेस कमेटी देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने जातिगत जनगणना के केन्द्र सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे सामाजिक न्याय का आधार बताते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में इसे प्रमुख मुद्दा बनाया था। राहुल गांधी का मानना है कि जातिगत आंकड़े नीति निर्धारण में मदद करेंगे,जबकि केंद्र सरकार ने पहले इसे प्रशासनिक रूप से जटिल और सामाजिक एकता के लिए खतरा माना था। जातिगत जनगणना पर मेरा यह मानना है कि यह सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है।सियाग कहना है की जातिगत आंकड़े सरकार को विभिन्न समुदायों की सामाजिक आर्थिक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे। उदाहरण के लिए यह पता लगाया जा सकता है कि कौन सी जातियां शिक्षा,रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे ज्यादा वंचित रही है। इससे कल्याणकारी योजनाओं को और प्रभावी बनाया जा सकता है।इसके अलावा संसाधनों का उचित वितरण करना अब तक मुश्किल रहा है,मंडल आयोग 1980 में ओबीसी की आबादी को 52 प्रतिशत माना था, लेकिन यह अनुमान पुराने डाटा पर आधारित था।नए आंकड़े आरक्षण की सीमा और वितरण को और पारदर्शी बना सकते हैं।