ढप- चंग की थाप पर असहायों प्रभु जनों ने जमकर ठुमके लगाए: रानी बाजार अपना घर आश्रम पुष्पों के रंगों में रंगा
ढप- चंग की थाप पर असहायों प्रभु जनों ने जमकर ठुमके लगाए: रानी बाजार अपना घर आश्रम पुष्पों के रंगों में रंगा
आईरा न्यूज नेटवर्क बीकानेर। बीकानेर शहर के रानीबाजार स्थित अपनाघर आश्रम में असहाय प्रभु जनों लोगों के साथ पुष्प उत्सव का आयोजन रखा गया । शनिवार की दोपहर से शाम तक चले पुष्प फाग उत्सव कार्यक्रम में बीकानेर शहर के वरिष्ठ लोगों ने पुष्प होली में भाग लिया एवं होली धार्मिक फाल्गुनी भजनों के साथ नृत्य भी किया गया। इस अवसर पर अपना घर आश्रम के संस्थापक जुगल राठी ने पुष्प फाग उत्सव में पधारे अतिथियों का उपरना पहनाकर स्वागत सत्कार किया। वहीं भतमाल एंड पार्टी व खंजर चंग कल्ब पार्टी, नारायण बिहाणी भजन पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। खंजर क्लब घनश्याम सोलंकी की चंग पर थाप तथा संगीत प्रेमी सुनील दत्त नागल, शाकिर हुसैन चौपदार, हेमंत पुरोहित द्वारा होली के धार्मिक फाल्गुनी गीतों की प्रस्तुतियों पर प्रभुजी लोगों के साथ शानदार ठुमके लगाए ,अपना घर आश्रम परिसर के माहौल को होलीमय कर दिया। आश्रम के अध्यक्ष अनन्त वीर एवं सचिव अशोक मूंदड़ा ने बताया की फाग पुष्प होली का आयोजन प्रभु आवासियों के साथ हर वर्ष मनाया जाता है और इस वर्ष भी पुष्प फाग उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया है। इस अवसर पर राम अवतार अतिरिक्त जिला कलेक्टर (ग्रामीण) ने आश्रम की व्यवस्थाएं देखी आश्रम संस्थापक जुगल राठी ने उनका उपरना पहनाकर स्वागत किया वहीं कैलाश सिंह सांदू पुलिस उपाधीक्षक ( ग्रामीण) ने प्रभुजी पर पुष्प वर्षा करते हुए अपनी धर्मपत्नी संग पुष्प होली का आनंद लिया। आश्रम में प्रभुजन के साथ होली खेलने वालों में बीकानेर बीजेपी शहर अध्यक्ष सुमन छाजेड़, बीकानेर जिला उद्योग संघ के डीपी पच्चिसिया,ममता राठी, नरेश मित्तल, पार्षद आदर्श शर्मा ,विनोद बाफना , प्रकाश राठी, बसंत नोलखा , वाई के शर्मा (योगी) सुरेन्द्र खजांची, सुखदेव चायल, श्रीराम सींघी, शशि मोहता, ओम करनानी,किशन लोहिया, विजय बाफना, धनल जैन, गोपी किशन पेडिवाल, राधेश्याम राठी, मनोज बजाज, राधिका लोहिया, प्रेमलता चांडक , पूजा राठी, धनलक्ष्मी जैन, सैय्यद अख्तर,सुनीता गौड़ आदि शामिल थे। इसके साथ ही कार्यक्रम में आए कलाकारों का सम्मान भी किया गया जिसमे भतमाल पेडीवाल, नारायण बिहाणी और चंग पर प्रतुति देने वाले घनश्याम सोलंकी का समूह भी शामिल था। अंत में राठी ने बताया कि जो आनंद की अनुभूति इन प्रभुजन के साथ आयोजन में होती है वह अन्यत्र नहीं मिलती। प्रति वर्ष होने वाले इस आयोजन में हर बार इन्हें कुछ नवाचार देखने को मिले ऐसा प्रयास रहता है।