देश मे क्या पूजा ही एक पहली आईएसएस अधिकारी थी जो रिश्वत लेती थी, में कहता हूं लग भग अधिकारी छोटी मोटी रिश्वत लेते है।
आईरा वार्ता रांची ब्यूरो। झारखंड के खूंटी जिले के मनरेगा घोटाले से मनी लांड्रिंग तक पहुंची ईडी की जांच अब धीरे-धीरे ही सही सत्ता के करीबियों तक भी पहुंचने लगी है। राज्य में खान और उद्योग सचिव रह चुकीं निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब राज्य सरकार के महत्वपूर्ण पदों को देख रहे अधिकारी भी ईडी के निशाने पर हैं। ईडी की कार्रवाई दिन-प्रतिदिन जारी है। इसी कड़ी में ईडी ने सोमवार को चार जिलों के जिला खनन पदाधिकारियों (डीएमओ) से पूछताछ के लिए तलब किया था। इसके लिए उन्हें समन किया गया था। जिन्हें समन किया गया है, उनमें साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार, दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्णचंद्र किस्कू और पलामू के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार और पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह शामिल हैं। इनसे पूछताछ के बाद अन्य डीएमओ यानी जिला खनन पदाधिकारियों से भी पूछताछ हो सकती है। इन पदाधिकारियों का दायित्व जिले में हो रहे खनन से राजस्व की वसूली करना और अवैध खनन पर अंकुश लगाना है।
तीन पदाधिकारियों से ईडी कर रही पूछताछ
जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के रांची स्थित कार्यालय में दुमका, पाकुड़ और पलामू के जिला खनन पदाधिकारियों से इस समय पूछताछ जारी रही। तीनों पदाधिकारी सुबह करीब साढ़े दस बजे ही ईडी के कार्यालय में पहुंच गए थे। इनमें दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण चंद्र किस्कू और पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह तथा पलामू के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार शामिल हैं।
साहेबगंज के पदाधिकारी ने मांगी मोहलत
सूचना है कि साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार ने उपायुक्त साहिबगंज के माध्यम से ईडी कार्यालय को सूचना दी है कि उनकी बेटी की शादी 17 मई को है, जिसकी तैयारी में वह व्यस्त हैं। इस कारण वह 20 मई तक अवकाश पर हैं। उनसे 20 मई के बाद कभी भी पूछताछ की जा सकती है। इसके लिए वह तैयार हैं। इस कारण वह आज पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए हैं।
और भी कई पदाधिकारियों के फंसने की उम्मीद
मालूम हो कि झारखंड की खान व उद्योग सचिव पूजा सिंघल अभी ईडी की गिरफ्त में हैं। उन्हें राज्य सरकार ने निलंबित भी कर दिया है। पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों से पूछताछ में ही खान और उद्योग विभाग ईडी के रडार पर आया है। ईडी को सूचना है कि सर्वाधिक मनी लांड्रिंग इसी खान विभाग के माध्यम से हुई है। इसलिए अब ईडी ने जिलों के खनन पदाधिकारियों को पूछताछ के लिए समन करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि पाकुड़ व दुमका के डीएमओ से पूछताछ के बाद अब अन्य जिलों के डीएमओ से भी ईडी की टीम जल्द पूछताछ करेगी