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क्या बीकानेर लोकसभा चुनाव के कांग्रेस प्रत्याशी गोविन्द राम चौहान को नाराज़ कांग्रेस मतदाताओं को राज़ी नहीं करना चाहिए,क्या गहलोत व डोटासरा जैसे नेताओं को कोशिश नही करनी चाहिए,

आईरा समाचार , आलेख विचार एडवोकेट मोहबत अली तंवर,क्या अशोक गहलोत, गोविन्द सिंह डोटासरा, पर्यवेक्षक सुखविंदर सिंह रंधावा और नेता प्रतिपक्ष टीका राम जुली की इस सम्बंध में कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है ?
व्यक्तिगत नाराज़गी का खमियाजा भुगतना पड़ सकता है कांग्रेस पार्टी को इस चुनाव में
बीकानेर लोकसभा चुनाव में इस मर्तबा कांग्रेस पार्टी ने खाजूवाला के पूर्व विधायक और सरकार में रहे कैबिनेट मंत्री गोविन्द राम मेघवाल (चौहान) को टिकट दी है ,गोविन्द राम चौहान हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में खाजूवाला विधानसभा चुनाव में चुनाव हार चुके हैं।सन 2008 में परिसीमन के बाद नया खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र बना था और इसे रिज़र्व भी कर दिया गया था ।गोविन्द राम चौहान सन 2003-2008 तक नोखा रिजर्व constituency से भाजपा के विद्यायक थे लेकिन सन 2008 में भाजपा ने इनको खाजूवाला रिज़र्व सीट से टिकट नहीं दी, जिस पर चौहान ने भाजपा छोड़ कर खाजूवाला से निर्दलीय चुनाव लडा, लेकिन वे चुनाव हार गए।फिर सन 2009 में इन्होंने बहुजन समाज पार्टी से टिकट लेकर लोकसभा चुनाव फाइट किया, लेकिन हार गए !सन 2013 में ये कांग्रेस में शामिल हो गए और कांग्रेस पार्टी ने इनको टिकट दे दी लेकिन भाजपा के डॉक्टर विश्वनाथ मेघवाल के सामने फिर चुनाव हार गए।सन 2018 में फिर कांग्रेस ने गोविन्द राम चौहान को खाजूवाला क्षेत्र से टिकट दे दी, उस वक्त गोविन्द राम चौहान ने क्षेत्र के मुस्लिम , जाट और दलित समाज से आग्रह किया कि मुझे एक मर्तबा विधायक बना दो, मैं जनता के काम ख़ूब करुंगा, कभी जनता को कोई शिकायत का मौक़ा नहीं दूंगा ।खाजूवाला की जनता ने चुनाव में इनका जबरदस्त सपोर्ट किया और 31,000 से अधिक वोटों से चुनाव में जीत दिला दी, अशोक गहलोत सरकार में इनको कैबिनेट मंत्री भी बना दिया गया।
लेकिन इन पांच सालों में क्षेत्र की आम जनता नाराज़ होकर बहुत दूर चली गई।
इसी दौरान अनुपगढ़ को एक नया जिला बना दिया गया और उसमें खाजूवाला और छतरगढ़ एरिया को बीकानेर जिले से निकाल कर नए अनुपगढ जिले में शामिल कर दिया गया।
समूचे खाजूवाला क्षेत्र की जनता में जबरदस्त रोष पैदा हो गया और लोग नाराज़ हो गए। लोगबाग सड़कों पर उतर गए ? करीबन छः माह विरोध प्रदर्शन किया गया, लगभग साठ दिनों तक लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया,रास्ते रोके गए 
जनता में नाराज़गी हो गई।
जिस जनता ने सन 2018 में गोविन्द राम चौहान को 31,000 से अधिक वोट से चुनाव जिताया, उसी जनता ने सन 2023 के चुनाव में 17,000 से अधिक वोट से चुनाव मे शिकस्त दिला दी।
कांग्रेस पार्टी ने फिर से गोविन्द राम चौहान को लोकसभा चुनाव में टिकट दे दी।
सवाल उठता है कि क्या खाजूवाला क्षेत्र के कांग्रेस से नाराज़ वोटर्स, एरिया के प्रतिष्ठित रहनुमाओं को राज़ी करने का कोई प्रयास किया गया।
पिछले दिनों सोशल मीडिया में कई फोटोज सामने आई है जिसमें खाजूवाला क्षेत्र के मुस्लिम समाज के सैंकड़ों प्रतिष्ठित रहनुमाओं ने भाजपा प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल का स्वागत किया, मीटिंग में विधायक डॉक्टर विश्वनाथ मेघवाल भी शामिल थे, प्रोग्राम में मुस्लिम समाज के दिखते चहरों को देखा गया ?
जनता में एक सवाल उठाया जा रहा है कि क्या खाजूवाला का मुस्लिम समाज कांग्रेस पार्टी को वोट नहीं देगा।यह आशंका व्यक्त की जाने लगी है कि खाजूवाला के मुस्लिम समाज को देख कर कहीं बीकानेर जिले के अन्य मुस्लिम समाज पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ जाए। प्रत्याशी गोविन्द राम चौहान और पार्टी प्रेजिडेंट गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्य मंत्री अशोक गहलोत को समूचे क्षेत्र की जनता, विशेष रूप से मुस्लिम समाज के प्रतिष्ठित रहनुमाओं से बैठ कर बात करनी चाहिए, जनता की नाराज़गी की जल्द से जल्द दूर करनी चाहिए, क्षेत्र की जनता को विश्वास में लेना चाहिए ,अन्यथा कांग्रेस पार्टी को इस लोकसभा चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है ।
फकत बीकानेर की आवाज

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