दीदी ने लगाए मोदी सरकार आरोप नए जिलों बनाएंगी ममता
आईरा वार्ता बीकानेर राजस्थान
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए राज्य में और जिले बनाने की जरूरत है मगर मानव शक्ति की कमी और बुनियादी ढांचा नहीं होने के चलते यह रूका हुआ है। पश्चिम बंगाल सिविल सेवा अधिकारियों के साथ एक बैठक में ममता ने कहा कि वर्तमान में राज्य में 23 जिले हैं। उनका क्षेत्रफल बहुत अधिक है, इसलिए उन्हें विभाजित कर जिलों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य को और अधिक मानव शक्ति तथा अधोसंरचना की जरूरत है। उन्होंने कहा, हमें जिलों को विभाजित करने की आवश्यकता है, क्योंकि ये बहुत बड़े हैं। राज्य में जिलों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे विकास कार्यों में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री ने इस दौरान केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए पैसा नहीं देने का आरोप लगाया। उन्होंने बैठक में कहा, मुझे जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल दिसंबर से अब तक 100 दिन के काम के लिए पैसा जारी नहीं किया है। मुझे बताइये, अगर लोगों को पैसा नहीं मिलेगा तो वे काम कैसे करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों से राजस्व वसूलती है, लेकिन उसका बहुत कम हिस्सा देती है।
पांच नए जिलों का गठन कर चुकी हैं ममता
गौरतलब है कि ममता सरकार पहले भी कई बड़े जिलों को तोड़कर नए जिलों का निर्माण कर चुकी हैं। बंगाल में वर्तमान में 23 जिले हैं। 2011 में सत्ता में आने के बाद से ममता ने पांच नए जिले का गठन किया है। इसमें 2014 में अलीपुरदुआर और 2017 में पूर्व बद्र्धमान, पश्चिम बद्र्धमान, झारग्राम एवं कालिम्पोंग जिलों का गठन किया था। वहीं, राज्य के दो बड़े जिलों उत्तर व दक्षिण 24 परगना को विभक्त करने की योजना पर सरकार पहले ही काम शुरू कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, उत्तर 24 परगना को तोड़कर दो जबकि दक्षिण 24 परगना को तीन जिलों में बांटा जा सकता है। उत्तर 24 परगना से बशीरहाट को अलग करके उसे नए जिला का दर्जा दिया जा सकता है। वहीं दक्षिण 24 परगना से अलीपुर सदर, डायमंड हार्बर और सुंदरबन को अलग करके नया जिला बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री पहले ही सुंदरवन को अलग जिला बनाने की बात कह चुकी हैं