गर्भस्थ शिशु के लिंग जांच करने वालों के खिलाफ मुखबिर बनें नर्सिंग विद्यार्थी : जिला कलेक्टर बेटी बचाओ कार्यशाला में नर्सिंग विद्यार्थियों व स्वच्छताकर्मियों से किया संवाद
गर्भस्थ शिशु के लिंग जांच करने वालों के खिलाफ मुखबिर बनें नर्सिंग विद्यार्थी : जिला कलेक्टर बेटी बचाओ कार्यशाला में नर्सिंग विद्यार्थियों व स्वच्छताकर्मियों से किया संवाद
आईरा समाचार बीकानेर। राजकीय नर्सिंग कॉलेज, पीबीएम अस्पताल परिसर में “बेटी बचाओ” विषय पर जिला समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नर्सिंग विद्यार्थियों तथा अस्पताल के स्वच्छता कर्मियों से संवाद किया। जिला पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ तथा आईईसी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में श्री कलाल ने कहा कि बेटे और बेटियों में कोई किसी से कमतर या बेहतर नहीं होता बल्कि प्रकृति ने सभी को समान बनाया है, जरूरत है कि हम दोनों को समान अवसर दें, दुनिया में आने का भी और आगे बढ़ने का भी। जो माता-पिता बेटी के बाहर जाने पर 50 सवाल करते हैं वह बेटों से भी करें। बेटों का संयमित नागरिक होना उतना ही जरूरी है। उन्होंने बताया कि मुखबिर योजना के तहत गर्भस्थ शिशु लिंग जांच या कन्या भ्रूण हत्या करने वालों की सूचना देने वाले को ₹3,00,000 इनाम का प्रावधान है, उससे भी ज्यादा जरूरी है हमारी मानवीयता और कर्तव्य। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में भ्रूण लिंग जांच करने वालों की सूचनाओं को जुटा कर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाने की अपील की। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों व विद्यार्थियों को बेटी बचाओ की शपथ भी दिलाई। संयुक्त निदेशक बीकानेर जोन डॉ देवेंद्र चौधरी ने बेटियों को सही मायने में बुढ़ापे की लाठी बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 30 साल में 3 करोड़ से ज्यादा बेटियों को अल्ट्रासाउंड तकनीक निगल गई इसे रोकना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि लिंग जांच के नाम पर ठगी का भी बड़ा धंधा बन गया है। उपनिदेशक डॉ राहुल हर्ष ने रानी लक्ष्मीबाई, मदर टेरेसा, सावित्री बाई फूले आदि महिला शक्तियों का उदाहरण देकर बताया कि क्यों बेटियां अनमोल है।
सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने बेटियों के नाम एक मार्मिक कविता प्रस्तुत कर गर्भस्थ शिशु की रक्षा हेतु आह्वान किया। इसके अलावा डॉ नवल किशोर गुप्ता, डॉ सी एस मोदी व महेंद्र सिंह चारण द्वारा अल्ट्रासाउंड के दुरुपयोग, मुखबिर योजना, डिकॉय ऑपरेशन तथा पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 की तकनीकी जानकारियां साझा की गई। नर्सिंग स्कूल के प्रधानाचार्य अब्दुल वाहिद ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया। वीडियो फिल्म प्रदर्शन द्वारा विषय की गंभीरता से अवगत करवाया गया। इस अवसर पर पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ पी के सैनी, डॉ सचिन बांठिया, आरसीएचओ डॉ राजेश गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ योगेंद्र तनेजा, डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता, डॉ गौरी शंकर जोशी, नीलम प्रताप सिंह राठौड़, रेनू बिस्सा सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला कार्यक्रम समन्वयक मालकोश आचार्य द्वारा किया गया, सहयोग भोजराज मेहरा व विनय व्यास का रहा।
पोस्टर प्रतियोगिता में कोमलदीप व खुशबू प्रथम
बेटी बचाओ कार्यशाला के दौरान नर्सिंग विद्यार्थियों के बीच पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 40 विद्यार्थियों ने अपना हुनर दिखाया। इनमें से कोमलदीप व खुशबू ने प्रथम स्थान, निर्मला, गरिमा व सुनीता ने दूसरा तथा शाहिना बानो, मुस्कान भाटी व आकांक्षा ने तीसरा स्थान हासिल किया।