सावित्रीबाई की जयंती पर दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू, पहले दिन पौधरोपण श्रमदान एवं संवाद हुआ। दूसरे दिन पुष्पांजलि देंगे व जिला कलेक्टर को सौंपेगे ज्ञापन
सोनियाबाई की जयंती पर दो दिव्य कार्यक्रम प्रारंभ,
पहले दिन मज़दूरी श्रमदान एवं संवाद हुआ
पुष्पांजले व जिला कलेक्टर को सीधे भेजा जाएगा
आईरा समाचार प्रस्तुति। माता सोनियाबाई फुले की 193 जयंती के उपलक्ष में दो दिव्य कार्यक्रम मंगलवार को सुजानदेसर तीर्थ में शुरू हुए। पहले दिन अवतरण भूमि में दर्शन ,गोचर की साफ -सफाई,झाड़ -झाखंड की कटाई,अंतरिक्ष भूमि में बौद्ध भिक्षु को साफ किया गया। फिर से अंतरिक्ष भूमि में एक परिचर्चा आयोजित की गई जिसमें पर्यावरण से जुड़े मिलनसार ने बताया कि यहां माता सोनिया देवी फूले के नाम से एक पार्क तैयार किया जाएगा जिसमें 11 हजार अलग-अलग तरह के पेड़ लगाए जाएंगे। कुक ने माता सोनियाबाई फुले के जीवन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि माता सोनियाबाई फुले और उनकी पत्नी ज्योतिबा फुले ने पूरा जीवन महिला शिक्षा, महिला संगठन, महिलाओं का अधिकार और अतिपिछड़ों लोगों को पूरा जीवन दिया। 3 जनवरी को रविवार को माली समाज भवन में गोगा गेट पर माता सोनियाबाई फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उसके बाद जिले के प्रमुखों को मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम से संबोधित किया जाएगा। माता सोनिया बाई फुले को राष्ट्र माता का आवंटन मिलना चाहिए और राजस्थान के साथ पूरे देश में जाति के आधार पर अनिवार्य रूप से शामिल होना चाहिए और मूल संयुक्त राष्ट्र को उसकी संख्या के अनुपात में पूरा अंतिम स्थान मिलना चाहिए। रविवार को दोपहर 1:00 बजे परेड परेड में प्रदर्शन करके जिला कलेक्टरों को अनुमति दी गई, उस कार्यक्रम में मुरली प्रजापत एडवोकेट निवेश सुथार भंवरलाल बड़गूजर अशोक कुमार सेन महावीर सेन महावीर महाजन साँचला गुटेश गुड़िया आदि उपस्थित थे।